एफएसओ का डायरेक्ट डिलीवरी का प्रस्ताव, ठेकेदार के पास ट्रक ही नहीं: एफसीआइ

सचिन आनंद, खन्ना एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में बिके हुए गेहूं की लिफ्टिंग की समस्या बढ़ती

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Apr 2018 10:25 AM (IST) Updated:Thu, 19 Apr 2018 10:25 AM (IST)
एफएसओ का डायरेक्ट डिलीवरी का प्रस्ताव, ठेकेदार के पास ट्रक ही नहीं: एफसीआइ
एफएसओ का डायरेक्ट डिलीवरी का प्रस्ताव, ठेकेदार के पास ट्रक ही नहीं: एफसीआइ

सचिन आनंद, खन्ना

एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में बिके हुए गेहूं की लिफ्टिंग की समस्या बढ़ती ही जा रही है। उस पर मंडी खाली करने के लिए गेहूं की बोरिया सीधे मालगाड़ी में पहुंचाने को स्पेशल डायरेक्ट डिलीवरी का प्लान कर रहे खाद्य आपूर्ति विभाग (एफएसओ) की उम्मीदें भी धरी रह सकती हैं।

डायरेक्टर डिलीवरी में मुख्य भूमिका निभाने वाले भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) ने इस पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। विभाग के अधिकारी का कहना है कि ठेका लेने वाले ठेकेदार के पास पर्याप्त ट्रक ही नहीं हैं।

खन्ना मंडी में मंगलवार तक की मिली रिपोर्ट के अनुसार यहां 4 लाख 32 हजार 900 क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है। इसमें से मात्र 99 हजार 130 क्विंटल गेहूं ही मंडी से उठाया जा सका है। इस तरह से 3 लाख 33 हजार 770 क्विंटल गेहूं खरीद के बाद भी मंडी में रखा है। इसका मतलब करीब साढ़े छह लाख बोरी गेहूं मंगलवार तक मंडी में पड़ा था। बुधवार का आंकड़ा इसमें शामिल नहीं है जो दो लाख बोरी से ऊपर हो सकता है। लिफ्टिंग की कछुआ चाल का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि मंगलवार को मंडी में 1 लाख 15 हजार 920 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई और लि¨फ्टग केवल 36 हजार 690 क्विंटल की हुई। इससे आने वाले दिनों में समस्या और गंभीर हो सकती है। मंडी में अभी से फसल रखने को जगह नहीं है। डायरेक्ट डिलीवरी को कहा है : बेरी

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) सु¨रदर बेरी ने कहा कि उन्होंने सभी एजेंसियों की तरफ से एक प्रस्ताव एफसीआइ को भेजा है कि वह स्पेशल डायरेक्ट डिलीवरी का प्लान 1-2 दिन में करें। इससे मंडी का माल सीधे मालगाड़ी के रैक पर पहुंचेगा। ऐसी 2-3 स्पेशल से मंडी खाली हो जाएगी। अब देखना है कि एफसीआइ क्या फैसला लेती है। ठेकेदार के पास ट्रक ही नहीं : साहिल

लिफ्टिंग का काम देखने वाले एफसीआइ के टेक्निकल इंस्पेक्टर साहिल ने कहा कि जिस ठेकेदार के पास मंडी से फसल उठाने का ठेका है, उसके पास पर्याप्त संख्या में ट्रक ही नही हैं। अगर वे स्पेशल डायरेक्ट डिलीवरी को प्लान कर भी लेते हैं, तो ट्रक न होने के कारण स्पेशल ही फेल हो जाएगी। इसलिए स्पेशल का जोखिम नहीं उठाया जा सकता। ट्रक पूरे हैं, वहीं होगी समस्या : ठेकेदार

लिफ्टिंग ठेकेदार राजू ने कहा कि उनके पास ट्रक पूरे हैं। इसके चलते कोई भी समस्या नहीं आने देंगे। उनके करीब 125 ट्रक चल रहे हैं। बुधवार को भी 90 हजार बोरी गेहूं उन्होंने उठा लिया। अगर स्पेशल लगती है तो वे उसे सफल करेंगें।

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