पचास साल में पहली बार एक दिन में एक माह जितनी बारिश, लुधियाना में 24 घंटे में 133.8 मिलीमीटर बारिश

सावन का सूखा भादो में खत्म हो रहा है। सावन में बारिश की कमी से मौसम विज्ञानी चितित थे। भादो में बरसे मानसून ने चिंता की लकीरों को धो दिया है। लुधियाना जिले में वीरवार रात से शुक्रवार रात तक 24 घंटे में जिले में 133.8 मिलीमीटर रिकार्ड की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:22 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:22 AM (IST)
पचास साल में पहली बार एक दिन में एक माह जितनी बारिश, लुधियाना में 24 घंटे में 133.8 मिलीमीटर बारिश
पचास साल में पहली बार एक दिन में एक माह जितनी बारिश, लुधियाना में 24 घंटे में 133.8 मिलीमीटर बारिश

जागरण संवाददाता, लुधियाना : सावन का सूखा भादो में खत्म हो रहा है। सावन में बारिश की कमी से मौसम विज्ञानी चितित थे। भादो में बरसे मानसून ने चिंता की लकीरों को धो दिया है। लुधियाना जिले में वीरवार रात से शुक्रवार रात तक 24 घंटे में जिले में 133.8 मिलीमीटर रिकार्ड की गई है। पिछले 50 साल में यह पहली बार हुआ है जब सितंबर में एक दिन में इतनी बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार सितंबर में सामान्य तौर पर औसत 109.8 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि शुक्रवार को एक ही दिन में एक महीने जितनी बारिश हो गई है। अब तक लुधियाना जिले में 181 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जबकि सितंबर के 13 दिन शेष हैं।

पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) के मौसम विभाग की प्रमुख डा. प्रभजोत कौर सिद्धू का कहना है कि इस बार सितंबर में मानसून खूब बरसा है। एक दिन में इतनी बारिश हो गई जितनी पूरे सितंबर में नहीं होती है। वर्ष 1970 से 2020 तक कभी सितंबर में इतनी बारिश नहीं हुई है। बारिश के कारण शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस है।

रुक-रुक कर बारिश के बहुत फायदे :

डा. प्रभजोत के अनुसार रुक-रुक होने वाली बारिश से धरती को 'जलदान' मिलता है। इससे ग्राउंड वाटर रिचार्ज होने में बहुत मदद होती है।

बीस तक बारिश के आसार, खेत में इकट्ठा न होने दें पानी :

डा. सिद्धू के अनुसार मानसून अब भी सक्रिय है। बीस सितंबर तक जिले में बारिश होने के आसार हैं। बारिश के कारण धान या अन्य दूसरी फसलों को नुकसान की सूचना नहीं है। किसानों को अलर्ट किया है कि खेतों में बारिश का पानी जमा न होने दें। इस समय फसलें पकने की कगार पर हैं अगर बारिश का पानी जमा रहा तो फसल की जड़ें कमजोर हो जाएंगी और हवा से उसे नुकसान होगा।

सावन का सूखा, भादों में खत्म :

3 सितंबर 1.8 मिलीमीटर

4 सितंबर 14.4 मिलीमीटर

10 सितंबर 7.4 मिलीमीटी

11 सितंबर 13.8 मिलीमीटर

12 सितंबर 11 मिलीमीटर

14 सितंबर 1.0 मिलीमीटर

17 सितंबर 133.8 मिलीमीटर

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