सिविल अस्पताल में महिला कर्मी पर जल्द इलाज करवाने के नाम पर रुपये ऐंठने का आरोप

सिविल अस्पताल में पिछले 13 दिन से भर्ती मरीज के परिवार ने मंगलवार दोपहर को अस्पताल में हंगामा कर दिया। परिवार ने आरोप लगाया कि ट्रामा वार्ड में तैनात दर्जा चार महिला कर्मचारी ने उनके मरीज के पैर का आपरेशन जल्द करवाने के लिए उनसे रुपये लिए हैं। परिवार ने उक्त महिला कर्मी के खिलाफ इमरजेंसी में तैनात इएमओ को शिकायत भी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Jun 2022 01:48 AM (IST) Updated:Wed, 29 Jun 2022 01:48 AM (IST)
सिविल अस्पताल में महिला कर्मी पर जल्द इलाज करवाने के नाम पर रुपये ऐंठने का आरोप
सिविल अस्पताल में महिला कर्मी पर जल्द इलाज करवाने के नाम पर रुपये ऐंठने का आरोप

अशवनी पाहवा, लुधियाना : सिविल अस्पताल में पिछले 13 दिन से भर्ती मरीज के परिवार ने मंगलवार दोपहर को अस्पताल में हंगामा कर दिया। परिवार ने आरोप लगाया कि ट्रामा वार्ड में तैनात दर्जा चार महिला कर्मचारी ने उनके मरीज के पैर का आपरेशन जल्द करवाने के लिए उनसे रुपये लिए हैं। परिवार ने उक्त महिला कर्मी के खिलाफ इमरजेंसी में तैनात इएमओ को शिकायत भी दी है।

दोराहा निवासी विक्रमजीत सिंह ने कहा कि तीन मई को उसके पिता बबली पंडित की पड़ोसियों के साथ लड़ाई हो गई थी। इसमें उनके पैर की हड्डी दो जगह से टूट गई थी। इसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां उनके पैर का 23 मई को आपरेशन हुआ। इसके बाद डाक्टरों ने उन्हें एक और आपरेशन करने के लिए दोबारा अस्पताल बुलाया था। विक्रमजीत ने कहा कि 15 जून को वह दोबारा अपने पिता को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे।

विक्रमजीत के अनुसार 22 जून को वार्ड में तैनात दर्जा चार महिला कर्मचारी राजविंदर कौर उसके पास आई। राजविंदर ने कहा कि वह उन्हें कई दिन से अस्पताल में देख रही। विक्रमजीत ने उसे पूरी बात बताई तो महिला ने कहा कि अगर वे उसे 12 हजार रुपये दें तो वह डाक्टर से कहकर जल्दी ही उसके पिता का आपरेशन करवा देगी। बाद में वह छह हजार में बात पक्की हो गई। विक्रमजीत ने तुरंत अपनी मां को फोन कर किसी से ब्याज पर रुपये लेकर अस्पताल बुलाया और राजविंदर को पांच हजार रुपये दे दिए। रुपये देने के पांच दिन बाद ही डाक्टर ने उनके पिता को आपरेशन के लिए बुला लिया। मंगलवार सुबह उनका आपरेशन किया गया। इसके बाद राजविंदर कौर उनसे बकाया एक हजार रुपये लेने पहुंच गई। इस दौरान विक्रमजीत ने उनके पास रुपये न होने की बात कही और वहां हंगामा हो गया।

महिला कर्मी ने आरोप नकारे

ट्रामा वार्ड में तैनात महिला दर्जा चार कर्मचारी राजविदर कौर ने इन आरोपों को नकारा है। उनका कहना था कि उसने किसी भी मरीज से कोई पैसे नहीं लिए है। परिवार झूठ बोल रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों यही परिवार उनसे कह रहा था कि जल्दी आपरेशन करवा दें, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया था कि ये उनके हाथ में नहीं, डाक्टर के हाथ में है।

एसएमओ को भेजी शिकायत

सिविल अस्पताल में इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डा. हरप्रीत सिंह ने बताया कि दर्जा चार महिला कर्मचारी के खिलाफ उनके पास लिखित में शिकायत आई है। इसे आगे सीनियर मेडिकल अफसर को भेज दी गई है। वे ही इस पर कार्रवाई करेंगे।

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