Election Express: पार्टी कोई भी हो, नौकरियां देने और बेरोजगारी खत्म करने को बनाए अहम मुद्दा
लुधियाना से चल कर चंडीगढ़ जाने वाली ट्रेन रास्ते में एक तरह से चुनावी एक्सप्रेस बन गई है। ट्रेन के डिब्बों में सवार यात्रियों में चुनावी चर्चा छिड़ी हुई थी।
लुधियाना, [अर्शदीप समर]। सुबह करीब साढ़े नौ बजे लुधियाना रेलवे स्टेशन पर काफी चहल-पहल थी। फिरोजपुर से चंडीगढ़ वाया लुधियाना सुपरफास्ट में चंडीगढ़ जाने वाले यात्री ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे थे। इतने में ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंची। यात्री ट्रेन में बैठने लगे। जागरण की टीम भी ट्रेन में सवार हो गई। लुधियाना से चल कर चंडीगढ़ जाने वाली ट्रेन रास्ते में एक तरह से चुनावी एक्सप्रेस बन गई है। ट्रेन के डिब्बों में सवार यात्रियों में चुनावी चर्चा छिड़ी हुई थी। कुछ युवा अपने-अपने चहेते नेताओं को लेकर उनके द्वारा किए कामों का गुणगान करने में लगे थे। कुछ युवा उन्हीं नेताओं पर कटाक्ष कसते हुए बहस करते नजर आए। युवाओं की चर्चा में सबसे अहम मुद्दा रोजगार और बेरोजगारी ही था। उनका कहना था कि इस बार कोई भी राजनीतिक पार्टी बेरोजगारी को मुख्य मुद्दा नहीं बना रही है, बल्कि दूसरे मुद्दों पर बातचीत कर रही है। उनका कहना था कि पार्टी कोई भी हो, उसे रोजगार का सृजन करने और बेरोजगारी को खत्म करने का मुद्दा सबसे अहम बनाना चाहिए ताकि युवाओं को नौकरी मिल सके, क्योंकि रोजगार बढ़ने से ही देश की उन्नति होगी।चुनावी बहस में ट्रेन का सफर इस कदर पूरा हुआ कि समय का पता भी नहीं चला। ट्रेन में सफर करे रहे लोगों के विचार इस प्रकार रहे।
रोजगार को बढ़ाने का मुद्दा हो अहम
ट्रेन में सफर कर रहे यात्री हरविंदर सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपनी रणनीति के तहत मुद्दों पर काम कर रही है। पर किसी भी राजनीतिक पार्टी का अहम मुद्दा रोजगार और बेरोजगारी नहीं है। चुनाव में हर पार्टी को रोजगार को बढ़ाने के मुद्दे पर काम करना चाहिए।
धर्म और जातिवाद का नहीं होना चाहिए मुद्दा
यात्री रुपिंदर सिंह ने कहा कि प्रचार के दौरान नेताओं के भाषण पर चुनाव आयोग को कड़ी नजर रखनी चाहिए, ताकि कोई भी राजनीति पार्टी धर्म और जातिवाद पर कोई मुद्दा न बना सके। इस प्रकार के मुद्दे बनाने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई भी ऐसे मुद्दों को चुनाव में न उठाए।
एक परिवार से एक सदस्य को ही मिले टिकट
यात्री विपन कुमार ने चर्चा के दौरान कहा कि राजनीति में परिवारवाद हावी होता नजर आ रहा है। कई बार एक ही परिवार से दो लोग टिकट लेकर चुनाव लड़ रहे होते हैं और इससे दूसरे युवा नेताओं को मौका तक नहीं मिल पाता। इसलिए एक परिवार से सिर्फ एक ही सदस्य को टिकट मिलनी चाहिए।
अनैतिक भाषा बोलने वाले पर हो कार्रवाई
यात्री बेअंत सिंह ने कहा कि चुनावी दौर में कई नेता अनैतिक भाषा का प्रयोग करते हैं और उन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं होता। इससे समाज पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को ऐसी अनैतिक भाषा बोलने वाले पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
विकास करने वाली पार्टी को ही देना चाहिए वोट
चर्चा के दौरान लव कुमार ने कहा कि लोगों को देश में विकास करने वाली पार्टी को ही वोट देना चाहिए। अगर कोई पार्टी विकास के अलावा अन्य मुद्दों पर वोट मांगती है तो उनके लिए उन्हें विचार करना चाहिए कि इस पार्टी को वोट देना है या फिर नहीं। बेरोजगारी को भी देश में से खत्म करना चाहिए।
पैसे देकर वोट खरीदने वालों पर कसे शिकंजा
कुलवंत ट्रेन में चर्चा के दौरान कुलवंत सिंह ने कहा कि कई नेता पैसे और नशा देकर वोट खरीदने का काम करते हैं। ऐसे नेताओं पर चुनाव आयोग और प्रशासन को नजर रखनी चाहिए। अगर ऐसे नेता पैसे व नशा देकर वोट खरीदने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।