लुधियाना में आइआइटी रूड़की के विशेषज्ञ जांचेंगे बुड्ढा दरिया में पानी का फ्लो, टीम ने पहले दिन जैनपुर में लगाया ट्रैप

सरकार बुड्ढा दरिया में पानी का फ्लो चेक करने के लिए फाइनल सर्वे करने में जुट गई। पानी के फ्लो को लेकर सरकार और उद्यमियों के आंकड़ों में बड़ा अंतर सामने आया था। अब आइआइटी रूड़की से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 06:59 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 06:59 AM (IST)
लुधियाना में आइआइटी रूड़की के विशेषज्ञ जांचेंगे बुड्ढा दरिया में पानी का फ्लो, टीम ने पहले दिन जैनपुर में लगाया ट्रैप
लुधियाना में आइआइटी रूड़की के विशेषज्ञ जांचेंगे बुड्ढा दरिया में पानी का फ्लो।

लुधियाना, जेएनएन। लुधियाना में बुड्ढा दरिया के कायाकल्प प्रोजेक्ट पर अप्रैल में काम शुरू होना है। इससे पहले सरकार बुड्ढा दरिया में पानी का फ्लो चेक करने के लिए फाइनल सर्वे करने में जुट गई। पानी के फ्लो को लेकर सरकार और उद्यमियों के आंकड़ों में बड़ा अंतर सामने आया था। अब आइआइटी रूड़की से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है। टीम ने बुधवार से दरिया के पानी का फ्लो चेक करना शुरू कर दिया है। तीन दिन तक टीम लुधियाना के अलग-अलग क्षेत्रों पानी का फ्लो चेक करेगी।

पंजाब सरकार ने प्रोजेक्ट तैयार करने से पहले दरिया में पानी के फ्लो की जां करवाई थी। उस दौरान 700 एमएलडी पानी होने की बात कही गई थी। इसके बाद सरकार ने 650 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया। जब टेंडर लगाया तो यह प्रोजेक्ट 519 करोड़ रुपये में एक कंपनी को दिया गया। कंपनी अप्रैल में काम शुरू करेगी। इसी बीच बहादुर के टैक्सटाइल एंड निटवियर एसोसिएशन के प्रधान तरुण जैन बावा ने बुड्ढा दरिया में 2000 एमएलडी पानी होने का दावा कर दिया। उन्होंने इसके लिए बाकायदा जीएनई कालेज की एक रिपोर्ट भी सामने रखी। हालांकि प्रोजेक्ट को तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले पीएमआइडीसी के सीईओ अजाय शर्मा ने उनकी रिपोर्ट को नकार दिया था।

जैनुपर से की जांच शुरू
आइआइटी की टीम ने जैनपुर के पास पानी का फ्लो चेक करना शुरू किया है। टीम वीरवार सुबह दस से शुक्रवार सुबह दस बजे तक प्रत्येक घंटे में पानी का फ्लो चेक करेगी। इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों से भी डाटा जुटाया जाएगा। वहीं, एनजीटी की टीम ने जैनपुर में पानी के सैंपल भी लिए हैं।

सीवरेज, इंडस्ट्री और डेयरियों के पानी की भी होगी जांच
बुड्ढा दरिया में सीवरेज, इंडस्ट्री और डेयरियों का पानी गिरता है। इंडस्ट्री के पानी के लिए सीईटीपी लगाए जा रहे हैं जबकि सीवरेज के पानी के लिए एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है। डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने की योजना चल रही है। दरिया में सीवरेज, इंडस्ट्री और डेयरियों का कितना कितना पानी गिर रहा है इसकी जांच भी आइआइटी की टीम करेगी।

आइआइटी के विशेषज्ञ पानी का फ्लो जांचेंगे। प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने से पहले की यह फाइनल एक्सरसाइज है। दो हफ्ते में टीम अपनी रिपोर्ट देगी।
-जीपी सिंह, एक्सईएन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड लुधियाना।

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