पंजाब में हाई अलर्ट, हिंदू व मुस्लिम नेताओं के इनपुट जुटा रहीं खुफिया एजेंसियां
सीएए के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच दिल्ली में हुई आगजनी और मारपीट की घटनाओं के बाद पंजाब में भी अलर्ट कर दिया गया है।
जेएनएन, लुधियाना। सीएए के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच दिल्ली में हुई आगजनी और मारपीट की घटनाओं के बाद पंजाब में भी अलर्ट कर दिया गया है। जालंधर बाईपास स्थित अनाज मंडी में चल रहे शाहीन बाग जैसे धरने पर नजर और बढ़ा दी गई है। काउंटर इंटेलीजेंस विभाग, इंटेलीजेंस ब्यूरो अलग से इनपुट जुटा रहा है। यही नहीं मुस्लिम समुदाय और हिंदू नेताओं के बयानों तक पर निगाह रखी जा रही है।
पुलिस विभाग के सूत्रों के अनुसार एक गोपनीय पत्र के जरिये सीआइडी और आइबी ने अलर्ट जारी किया है। आशंका है कि दिल्ली की तरह हिंसा दूसरे राज्यों में भी भड़क सकती है। उन सभी हिंदू और मुस्लिम नेताओं की लिस्ट तैयार की जा रही है जो कभी भी किसी घटना में शामिल रहे हैं।
बता दें कि वर्धमान चौक स्थित सतकरतार कार बाजार में बैठे शिव सेना नेता अमित अरोड़ा की खड़ी कार पर फायर हुआ था। इसके लिए स्टेट फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ-साथ एडीजीपी स्तर के अधिकारी यहां जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बुधवार को महादेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार लक्की कपूर, उपाध्यक्ष सुनील कुमार को भी गनमैन दे दिए हैं। इसके अलावा शहर के आधा दर्जन और हिंदू नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।
जालंधर बाईपास स्थित अनाज मंडी में सीएए के विरोध में लगातार सुबह दस बजे से रात दस बजे तक धरना चलता है। यहां पर तीन से चार सीआइडी अधिकारी मौजूद रहते हैं और आने-जाने वाले हर शख्स पर नजर रखी जा रही है। सीआइडी के एक अधिकारी के अनुसार उनकी ओर से रिपोर्ट देना रुटीन का काम है, मगर अब इसे और प्रभावी किया जा रहा है।
दिल्ली हिंसा के विरोध में कांग्रेस ने फूंका मोदी का पुतला
अमृतसर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली में हो रही हिंसा के विरोध में कांग्रेस सड़क पर उतर आई है। जिला कांग्रेस कमेटी शहरी ने इसके लिए मोदी सरकार की अदूरदर्शिता को जिम्मेदार ठहराया। इसके विरोध में हाल गेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने सहित मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पोस्टर भी फूंका। इस मौके पर निवर्तमान प्रधान जङ्क्षतदर सोनिया ने कहा कि देश की राजधानी में बेहिसाब हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी व हत्या की घटनाओं ने देश का सीना छलनी किया है। इससे भारत की छवि धूमिल हो रही है।
मालेरकोटला में भी दिल्ली हिंसा का भय
उधर, सीएए के खिलाफ दिल्ली में तीन दिन से जारी हिंसा का असर मालेरकोटला में भी दिखने लगा है। दूसरा 'शाहीन बाग' बने सरहंदी गेट में भले ही दस दिन से धरना लगातार जारी है, लेकिन लोगों में डर है कि दिल्ली जैसे हालात यहां न बन जाएं। दूसरी तरफ पुलिस ने भी क्षेत्र व धरनास्थल के पास सुरक्षा को बढ़ा दिया। प्रदर्शन करने वाले व अन्य लोगों पर खास नजर रखी जा रही है। बुधवार को शहर में अमन-शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन की पीस कमेटी से बैठक करने के बाद फ्लैग मार्च निकाला। उधर, सरहंदी गेट पर फासीवादी हमले विरोधी एक्शन कमेटी के कार्यकर्ता मंगत राम पासला ने धरने में कहा कि दिल्ली में जो खून की होली खेली गई, उसने राष्ट्रीय स्तर सहित अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी देश को शर्मसार किया है। 25 मार्च को लुधियाना की अनाज मंडी में गिल रोड पर फासीवादी ताकतों व काले कानून के खिलाफ उनका फ्रंट रैली करने जा रहा है।
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