डेढ़ महीने में दो सौ किलो मिठाईयां हो चुकी हैं नष्ट, फिर भी ये खतरा है बरकरार..

सेहत से खिलवाड़ करने वाले सौदागर इन दिनों पूरी तरह सक्रिय हैं। वे अपने मुनाफे के लिए लोगों की सेहत और नियमों से खिलवाड़ कर रहे हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 12:03 PM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 12:06 PM (IST)
डेढ़ महीने में दो सौ किलो मिठाईयां हो चुकी हैं नष्ट, फिर भी ये खतरा है बरकरार..
डेढ़ महीने में दो सौ किलो मिठाईयां हो चुकी हैं नष्ट, फिर भी ये खतरा है बरकरार..

जागरण संवाददाता, लुधियाना : सेहत से खिलवाड़ करने वाले सौदागर इन दिनों पूरी तरह सक्रिय हैं। वे अपने मुनाफे के लिए लोगों की सेहत और नियमों से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस लालच में इन सौदागरों को लोगों की सेहत की कोई चिंता नहीं है। ऐसा हम नहीं, बल्कि सेहत विभाग कह रहा है। सेहत विभाग की ओर से पिछले डेढ़ महीने के दौरान जिले के विभिन्न मिठाई विक्रेताओं के यहां चेकिंग की गई।

इस दौरान सेहत अधिकारियों ने मिठाइयों की क्वालिटी चेक की। पर कई जगहों पर उन्हें ऐसी मिठाइयां मिली, जो लोगों की सेहत के लिए बेहद घातक साबित हो सकती थी। ऐसे में विभाग ने उन मिठाइयों को तुरंत नष्ट करवा दिया। फूड सेफ्टी अफसर योगेश गोयल के अनुसार विभाग की ओर से पिछले 40 दिनों में 200 किलो से अधिक मिठाइयों को नष्ट करवाया गया। गोयल के अनुसार मिठाइयों में ऐसे रंगों का इस्तेमाल किया गया था, जिसकी स्वीकृति फूड एंड सेफ्टी स्टैंडर्ड एक्ट नहीं देता।

बहुत ज्यादा अन परमिटेड कलर मिठाइयों में डाले गए थे। इसके अलावा मिठाइयों को जहां बनाया जा रहा था, वहां सफाई नहीं थी और बदबू आ रही थी। ऐसी मिठाइयां अगर लोग खाते तो उन्हें कई तरह की बीमारियां लगने की संभावना रहती है। ऐसे में विभाग ने मौके पर ही मिठाइयों को तत्काल प्रभाव से नष्ट करवा दिया। उन्होंने बताया कि विभाग ने शिमलापुरी, भूंदड़ी, बस्ती जोधेवाल, शिवपुरी, सलेम टाबरी, काकोवाल रोड, चंडीगढ़ रोड सहित कई इलाकों में चेकिंग कर मिठाइयां नष्ट करवाई।

विक्रेताओं को जागरूक भी कर रहे : डीएचओ कंग

डीएचओ अंदेश कंग के अनुसार सेहत विभाग केवल चेकिंग ही नहीं कर रहा, बल्कि सेमिनार और मीटिंग के जरिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट के नियमों का पालन करने को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि वे मिठाइयों में रंगों का इस्तेमाल न करें, जिससे लोग बीमार हों। दुकान में साफ-सफाई रखें। मिठाई बनाने के लिए शुद्ध पानी का इस्तेमाल करें। मिठाई बनाने वाले और मिठाई बेचने वाले हाथों में गलब्ज और सिर पर टोपी पहनें। मिठाईयों को बैक्टीरिया व कीटाणुओं से बचाने के लिए सभी जरूरी प्रबंध करके रखें।

मिलावटखोरों के खिलाफ सेहत विभाग को करें शिकायत करें

डीएचओ डॉ. अंदेश कंग ने कहा कि आमजन के सहयोग के बिना सेहत विभाग अकेले मिलावटखोरों पर नकेल नहीं लगा सकता है। इसमें लोगों की मदद चाहिए। उनकी अपील है कि लोगों को यदि कहीं भी खाद्य पदार्थो में मिलावट किए जाने की सूचना हो, मिठाईयों को साफ ढंग से नहीं बनाया जाता हो, तो इसकी जानकारी दें। जानकारी देने के लिए उनके मोबाइल नंबर 98767-22099 पर कॉल करें।

हेल्थ टीम ने दुकानों में चेकिंग कर 14 सैंपल भरे

सेहत विभाग की टीम ने सोमवार को जालंधर बाईपास, भट्टिया, मल्हार रोड व मॉडल टाउन में स्थित दुकानों से मिठाइयों के चौदह सैंपल भरे। फूड सेफ्टी अफसर योगेश गोयल ने बताया कि विभाग की ओर से जालंधर बाईपास स्थित दुकानों से दूध के उत्पाद, बेसन लड्डू, चना बर्फी, बादाम, खोया, सोन पापड़ी के सैंपल भरे गए। भट्टियां से सेब जूस, खोया के सैंपल भरे। वहीं मल्हार रोड स्थित प्रसिद्ध मिठाई विक्रेता के यहां से पांच सैंपल लिए गए। इसमें देसी घी, मूंग दाल पिन्नी, पिस्ता बर्फी, लाल चटनी, मट्ठी व काला जामुन शामिल हैं। इसके बाद टीम ने मॉडल टाउन में स्थित दुकानों से रोस्टेड बर्फी, खोया के सैंपल भरे।

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