किसानों के लिए अच्छी खबर... पंजाब में काटन का मिल रहा MSP से ज्यादा भाव, छह हजार तक पहुंची कीमत

कोविड महामारी के बाद अब धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने लगी है। काटन की मार्केट में खूब डिमांड है। यही कारण है किसानों को काटन का एमएसपी से ज्यादा भाव मिल रहा है। काटन छह हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 01:01 PM (IST)
किसानों के लिए अच्छी खबर... पंजाब में काटन का मिल रहा MSP से ज्यादा भाव, छह हजार तक पहुंची कीमत
पंजाब में काटन का मिल रहा एमएसपी से ज्यादा भाव।

लुधियाना [राजीव शर्मा]। कोविड महामारी से निपटने के लिए कोरोना वैक्सीन आने से बाजार के भाव बढ़ गए हैं। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था भी पटरी पर लौट रही है। ऐसे में बाजार में काटन (नरमे) की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इससे कीमतों में मजबूती का सिलसिला जारी है। नतीजतन, किसानों को काटन की सरकार की ओर से तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से अधिक कीमत मिल रही है।

सरकार ने काटन का एमएसपी 5625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। अभी बाजार में कीमत 5700 रुपये से लेकर छह हजार रुपये प्रति क्विंटल तक चल रही है। बावजूद इसके विश्व बाजार में भारतीय काटन सस्ती पड़ रही है। विश्व के प्रमुख निर्यातक देश अमेरिका में फसल कम होने से काटन की किल्लत है। ऐसे में विश्व बाजार में भी भारतीय काटन की काफी मांग है। अभी तक 170 रुपये किलो प्रति गांठ की दर से 32 लाख गांठ का निर्यात हो चुका है। काटन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक यह निर्यात का आंकड़ा साठ लाख गांठ के आंकड़े को पार कर जाएगा। माहिरों का दावा है कि आने वाले दिनों में भी कीमतों में मजबूती का दौर बना रहेगा।

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इस साल 19 लाख हेक्टेयर में हुई है काटन की फसल

उत्तर भारत में इस वर्ष पिछले साल के 16 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 19 लाख हेक्टेयर में काटन की फसल हुई है। पंजाब में यह रकबा पिछले साल के सवा चार लाख हेक्टेयर के मुकाबले पांच लाख हेक्टेयर है। बाजार में काटन के दाम 4420 से 4470 रुपये प्रति मन (37.32 किलो) चल रहे हैं। पिछले साल इसी अवधि में रेट 4000-4100 रुपये प्रति मन था। पिछले साल इसी अवधि में नरमे का रेट 5300 से 5500 रुपये प्रति क्विंटल था। विशेष बात यह है कि व्यापारी मंडियों में जाकर ही काटन की खरीदारी कर ले रहे हैं।

कस्टम ड्यूटी लगने से आयातित काटन होगी महंगी

वर्धमान टेक्सटाइल्स लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट एवं काटन माहिर ललित महाजन का कहना है कि कोविड महामारी के बाद मांग में मजबूती दर्ज की जा रही है। पिछले साल नरमे का एमएसपी 5365 रुपये प्रति क्विंटल था। इसे चालू वर्ष के दौरान 260 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि भारत से चीन, बांग्लादेश, वियतनाम को काटन का निर्यात किया जा रहा है। काटन के अलावा यार्न का भी निर्यात किया जा रहा है।

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प्रति माह 90 से 95 मिलियन किलो काटन यार्न का निर्यात हो रहा है। महाजन के अनुसार बाजार में मांग मजबूत होने के कारण तीस सिंगल यार्न के रेट 275 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। इस पर पांच फीसद जीएसटी अलग से लगता है। बजट में काटन के आयात पर दस फीसद कस्टम ड्यूटी लगाई गई है। इससे देश में आयातित काटन महंगी पड़ेगी और घरेलू बाजार में मांग और मजबूत होने के आसार हैं।

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