वैट रिफंड के दावे खोखले, स्वतंत्रता दिवस पर भी उद्यमी निराश

स्वतंत्र दिवस पर लुधियाना में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जिले को भले ही 3600 करोड़ के बड़े प्रोजैक्ट की घोषणा कर गए हैं लेकिन पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना के उद्यमियों के हाथ कुछ खास नहीं लगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Aug 2018 12:41 PM (IST) Updated:Thu, 16 Aug 2018 12:52 PM (IST)
वैट रिफंड के दावे खोखले, स्वतंत्रता दिवस पर भी उद्यमी निराश
वैट रिफंड के दावे खोखले, स्वतंत्रता दिवस पर भी उद्यमी निराश

मुनीश शर्मा, लुधियाना : स्वतंत्र दिवस पर लुधियाना में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जिले को भले ही 3600 करोड़ के बड़े प्रोजैक्ट की घोषणा कर गए हैं लेकिन पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना के उद्यमियों के हाथ कुछ खास नहीं लगा। उद्यमियों को उम्मीद थी कि पिछले दो से तीन सालों का पैडिंग पड़ा वैट रिफंड उन्हें इस पंद्रह अगस्त को स्वतंत्र दिवस की सौगात के रूप में मिल जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और इंडस्ट्री के हाथ केवल निराशा लगी। हीरो साइकिल और ओसवाल ग्रुप की ओर से इनवेस्टमेंट को लेकर घोषणा तो की गई, लेकिन उद्यमियों के लिए मात्र फोकल प्वाइंट के लिए कुछ बजट दिया गया। उद्यमियों ने कहा कि वित्तमंत्री और उद्योगमंत्री के कई वायदों के बावजूद वैट रिफंड का कोई फायदा नहीं हुआ और अब स्वतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री से रिफंड मिलने की उम्मीद भी बेकार रही। ज्ञात हो कि उद्यमियों का इस समय 600 करोड़ रुपए के करीब वैट रिफंड अटका पड़ा है। यह रिफंड जीएसटी के लागू होने से एक साल पूर्व का है। ऐसे में इसके लिए इंडस्ट्री को अपनी जेब से बैंक का ब्याज भरना पड़ रहा है और वे इसे अपनी इनपुट कास्ट का हिस्सा मान रहे हैं। ऐसे में लाखों रुपए हर माह बैंक ब्याज के रुप में देने पड़ रहें हैं। उद्यमियों ने कहा कि ऐसे में अब हमें सरकार के खिलाफ हल्ला बोल की तैयारी करनी होगी। क्योंकि अब इसके सिवा उनके पास कोई ओर चारा नहीं।

शीघ्र बैठक बुला करेंगे मंथन बैठक

यूसीपीएमए के प्रधान इन्द्रजीत सिंह नवयुग के मुताबिक सरकार को वैट रिफंड देने में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए। जब सारे डाक्यूमेंट दिए जा चुके हैं और जीएसटी लागू हुए भी एक साल से अधिक का समय बीत चुका है। ऐसे में सरकार को इसके बारे में तत्काल सोचना चाहिए। कई बार वायदे तो किए जा रहें हैं। लेकिन हल नहीं हो रहा। इसको लेकर शीघ्र ही एक बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

इनपुट कास्ट ने किया परेशान

फीको प्रधान गुरमीत सिंह कुलार के मुताबिक वैट रिफंड न मिलने का सीधा नुक्सान प्रोडक्शन की इनपुट कास्ट पर पड़ रहा है। अब इंडस्ट्री को मजबूरन इसके खिलाफ संघर्ष कर सड़कों पर उतरना होगा। इस संबंध में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ वार्ता कर संघर्ष की तैयारी की जा रही है।

chat bot
आपका साथी