Electricity Bill: पंजाब विधानसभा चुनाव में बिजली बनेगी अहम मुद्दा, राजनीतिक दल भुनाने में जुटे
Electricity Bill पंजाब में अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिजली बड़ा मुद्दा है। सभी राजनीतिक दल इसे भुनाने में जुटे हैं। राजनीतिक दलाें की रैलियाें में बिजली सस्ती करने काे लेकर जमकर शब्दबाण चल रहे हैं।

जागरण संवाददाता, पटियाला। Electricity Bill: पंजाब में अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिजली बड़ा मुद्दा बन गया है। सभी राजनीतिक दल इसे भुनाने में जुटे हैं। राजनीतिक दलाें की रैलियाें में बिजली सस्ती करने काे लेकर जमकर शब्दबाण चल रहे हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में मिल रही है। उन्हाेंने पंजाब में भी सरकार बनने पर बिजली सस्ती करने का वादा कर दिया। इसके बाद पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने भी आनन-फानन में रेट कम कर दिए। राज्य में इस साल काेयला संकट के कारण लाेगाें काे पावर कटाें से बेहाल हाेना पड़ा था।
बिजली की दर में प्रति यूनिट 3 रुपये की कटौती
अब 7 किलोवाट तक लोड वाले घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने के निर्णय को पंजाब पावरकाम ने भी लागू कर दिया है। सरकार ने बिजली की दर में प्रति यूनिट 3 रुपये की कटौती की है। 7 किलोवाट से अधिक लोड वालों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। मंगलवार को पावरकाम के चीफ इंजीनियर (कमर्शियल) ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। राज्य में लाेगाें की तरफ से पिछले लंबे समय से बिजली बिलाें में कटाैती की मांग की जा रही थी।
पुरानी दर से आए बिल होंगे एडजस्ट: सीएमडी
पावरकाम के सीएमडी ए. वेणु प्रसाद ने कहा कि जिन लोगों को एक से 23 नवंबर तक पुरानी दरों पर बिजली बिल मिले हैैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। वह यह बिल जमा करवा दें। पुरानी और नई बिजली दरों के अंतर के अनुसार जो अतिरिक्त राशि को अगले बिल में एडजस्ट किया जाएगा। गाैरतलब है कि
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