चुनावों को लेकर डेरा सच्चा सौदा ने भी कसी कमर, अनुयायियों की नब्ज टटोलने में जुटे प्रबंधक

डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस के सहारे डेरा के राजनीतिक विंग ने चुनाव को लेकर प्रेमियों की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Wed, 10 Apr 2019 12:27 PM (IST) Updated:Wed, 10 Apr 2019 12:27 PM (IST)
चुनावों को लेकर डेरा सच्चा सौदा ने भी कसी कमर, अनुयायियों की नब्ज टटोलने में जुटे प्रबंधक
चुनावों को लेकर डेरा सच्चा सौदा ने भी कसी कमर, अनुयायियों की नब्ज टटोलने में जुटे प्रबंधक

दिलबाग दानिश, लुधियाना। डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस के सहारे डेरा के राजनीतिक विंग ने चुनाव को लेकर प्रेमियों की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है। इसके लिए पूरे प्रदेश में पहले राउंड की मीटिंगें शुरू हो गई हैं। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को हुई सजा के कारण जेल में चले जाने के बाद अलग-थलग पड़े प्रेमियों को अब एकजुट किया जा रहा है।

रविवार को होगा जिला स्तर की नामचर्चा का आयोजन 

लुधियाना में 14 अप्रैल दिन रविवार को जिला स्तर की नामचर्चा का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर डेरे के स्थानीय प्रबंधक लोगों के घरों में पहुंचकर उनके सुर टटोल रहे हैं। जो भी डेरे के साथ होने की हामी भरता है, उसे रविवार को होने वाले इस इकट्ठ के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। प्रेमी दबे सुर में उनसे चुनाव में मतदान को लेकर लिए जाने वाले फैसले संबंधी भी जानकारियां जुटा रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा का नाम चर्चा घर गाहौर में है। इसे डेरा प्रमुख के जेल जाने के बाद पैदा हुए हालात के बाद बंद कर दिया गया था और वहां पर नामचर्चा करने की अनुमति नहीं दी गई है। इस कारण अब डेरा प्रबंधक इसके लिए जिले के सेंटर में कोई ऐसी जगह ढूंढ रहे हैं, जहां पर सुरक्षा घेरा मजबूत रहे और प्रेमियों को आने में भी समस्या न हो। इस मीटिंग में भले ही बात मात्र एकजुटता की हो, मगर इसमें यह बात जरूर पूछी जानी है कि अगर डेरा कोई फैसला देता है तो क्या संगत उसका समर्थन करेगी।

डेरे को डर, कहीं प्रेमी कर न दें विरोध

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की गैरहाजिरी में डेरा प्रबंधकों को इस बात का भी डर है कि इस पर कहीं प्रेमी विरोध ही न जता दें। इसीलिए पहले फेज में उनसे सीधे तौर पर राजनीतिक बात न कर एकजुटता की बात की जा रही है। हालांकि यह भी देखा जाएगा कि कितने डेरा प्रेमी नामचर्चा में पहुंच रहे हैं।

नामचर्चा में पहुंचेंगे राजनीतिक विंग सदस्य

रविवार 14 अप्रैल को होने वाली नामचर्चा में डेरा सच्चा सौदा से संबंधित राजनीतिक विंग के सदस्य पहुंच रहे हैं। इससे पहले राजनीतिक विंग पटियाला, बठिंडा, संगरूर, फरीदकोट, मोगा, बरनाला और जलालाबाद में मीङ्क्षटग कर चुका है। इसमें ज्यादा से ज्यादा प्रेमियों को शामिल करने के लिए यहां से 45 सदस्य कमेटी सदस्य (स्टेट कमेटी), पंद्रह कमेटी सदस्य (जिला स्तर की कमेटी) और भंगीदास (हर ब्लॉक में को) जिम्मेदारी दी गई है।

प्रेमियों के पास वार्ड स्तर तक की लिस्टें तैयार

डेरा सच्चा सौदा पिछले करीब बीस साल से चुनाव के दौरान किसी खास पार्टी या उम्मीदवार के समर्थन का एलान करता रहा है। प्रेमियों के पास वार्ड स्तर तक डेरा प्रेमी वोटरों की सूचियां तैयार हैं, जिसे पार्टियों के समक्ष भी रखा जाता रहा है। डेरा प्रमुख के जेल जाने के बाद प्रेमियों का बड़ा तबका डेरे से दूर हो गया था। इस कारण पूरा गणित बिगड़ गया है। इसी को सुधारने के लिए ही इन मीङ्क्षटगों को किया जा रहा है।

रविवार को होगी नामचर्चा, जगह तय नहीं

-हां हम जिला स्तर की नाम चर्चा करने जा रहे हैं, इसके लिए आने वाला रविवार का दिन रखा गया है। मगर अभी हमने जगह फाइनल नहीं की है। डेरा का नामचर्चा घर प्रशासन ने बंद करवाया हुआ है, इसलिए शहर में ही किसी जगह पर यह नामचर्चा होगी। इसमें डेरा के प्रेमियों को सेवा और समाज भलाई के कार्यों संबंधी बातचीत होगी, जो डेरा लंबे समय से करता आ रहा है। -संदीप सिंह, 45 सदस्य कमेटी सदस्य।

तीन फेस में होंगी मीटिंगें, फिर लेंगे फैसला

29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना हुई। इसी दिन शाह मस्ताना जी ने डेरे की नींव रखी थी। डेरा प्रेमियों की मांग थी कि इस माह में प्रेमियों की एकत्रता हो और प्रेमियों को एकजुट किया जा सके ताकि उन अफवाहों पर विराम लग सके कि डेरा प्रेमी बिखर गए हैं और डेरे में उनका विश्वास खत्म हुआ है। हम इसके बाद दो और बार डेरा सच्चा सौदा की जिला स्तर की नामचर्चा में जाएंगे और एकमत बना तो चुनाव में समर्थन का फैसला लिया जाएगा। मई के पहले सप्ताह में यह फैसला आने की उम्मीद है। -चेयरमैन राम सिंह, सदस्य नेश्नल पॉलिटिकल विंग।

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