सीबीएसई ने मार्किंग स्कीम के साथ जारी किए सैंपल पेपर्स, स्टूडेंट्स काे प्रेक्टिस में मिल सकेगी मदद

Term two examinationsः सीबीएसई टर्म वन परीक्षाएं जहां हो चुकी हैं और विद्यार्थी परिणाम के इंतजार में है वहीं टर्म टू परीक्षाएं टर्म वन से अलग होंगी हालांकि सीबीएसई ने टर्म टू परीक्षाओं के पेटर्न में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। टर्म टू परीक्षाएं मार्च-अप्रैल में होगी।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Mon, 17 Jan 2022 08:59 AM (IST) Updated:Mon, 17 Jan 2022 08:59 AM (IST)
सीबीएसई ने मार्किंग स्कीम के साथ जारी किए सैंपल पेपर्स, स्टूडेंट्स काे प्रेक्टिस में मिल सकेगी मदद
सीबीएसई टर्म वन परीक्षाओं के परिणाम के इंतजार में स्टूडेंट्स। (फाइल फाेटाे)

राधिका कपूर, लुधियाना। Term Two Examinationsः  सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने टर्म टू परीक्षाओं को देखते हुए सैंपल पेपर्स जारी कर दिए हैं। लाजिमी तौर पर यह विद्यार्थियों के लिए मददगार बन सकेंगे। कोविड-19 को देखते हुए इन दिनों स्कूल्स बंद है और आनलाइन मोड में पढ़ाई जारी है तो विद्यार्थियों को ज्यादा कोई दिक्कत न आए और पेटर्न समझने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए बोर्ड ने दो माह पहले ही हर विषय के सैंपल पेपर्स जारी किए है। सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं के लिए सैंपल पेपर्स अपलोड किए हैं जोकि बोर्ड ने दो वेबसाइट cbseresultsdatenic.in, cbse academicdatenic.in पर अपलोड किए हैं।

टर्म वन से अलग होगा टर्म टू

सीबीएसई टर्म वन परीक्षाएं जहां हो चुकी हैं और विद्यार्थी परिणाम के इंतजार में है, वहीं टर्म टू परीक्षाएं टर्म वन से अलग होंगी हालांकि सीबीएसई ने टर्म टू परीक्षाओं के पेटर्न में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। टर्म टू परीक्षाएं मार्च-अप्रैल में होगी और इसकी समयावधि दो घंटे की रहेगी। टर्म वन जहां एमसीक्यूज फारमेट पर आधारित था, वहीं टर्म टू में शाट और लांग दोनों तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे।

सैंपल पेपर्स से विद्यार्थी जरूर उठाते हैं फायदा

सीबीएसई स्कूलों की विशेषज्ञों की माने तो सैंपल पेपर्स का फायदा 10वीं और 12वीं बोर्ड के विद्यार्थी जरूर उठाते हैँ। विशेष तौर पर वर्तमान समय में विद्यार्थियों को सैंपल पेपर्स से और ज्यादा फायदा मिल सकता है क्योंकि वर्चुअल मोड में इन दिनों पढ़ाई जारी है। विद्यार्थी खुद ही घर बैठ हर विषय के सैंपल पेपर्स डाउनलोड कर प्रेक्टिस कर सकते हैं। शुरूआत में उन्हें अपने कमजोर बिंदुओं का पता चल सकेगा। इसके बाद वह टाइम मैनेजमेंट के हिसाब से रोजाना हर विषय का एक-एक सैंपल पेपर हल कर सकते हैं।

विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि आगे सीबीएसई परीक्षाओं से एक माह पूर्व सैंपल पेपर्स जारी करता है लेकिन इस बार विद्यार्थियों की सहूलियत को देखते हुए टर्म टू से दो माह पहले ही इसे अपलोड कर दिया है ताकि विद्यार्थी अभी से ही प्रेक्टिस की रूटीन बना लें।

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