102 होटलों ने तोड़े निगम के नियम, निगम कमिश्नर ने मांगी कार्रवाई की रिपोर्ट

महानगर में 102 होटलों ने नगर निगम के भवन निर्माण नियम तोड़े हैं। यह बात निगम के सर्वे में सामने आई है। निगम अब नियमों का उल्लंघन करने वाले होटलों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। निगम के सीनियर टाउन प्लानर ने चारों जोन के एटीपी को ऐसे होटलों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 12:48 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 12:48 AM (IST)
102 होटलों ने तोड़े निगम के नियम, निगम कमिश्नर ने मांगी कार्रवाई की रिपोर्ट
102 होटलों ने तोड़े निगम के नियम, निगम कमिश्नर ने मांगी कार्रवाई की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, लुधियाना : महानगर में 102 होटलों ने नगर निगम के भवन निर्माण नियम तोड़े हैं। यह बात निगम के सर्वे में सामने आई है। निगम अब नियमों का उल्लंघन करने वाले होटलों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। निगम के सीनियर टाउन प्लानर ने चारों जोन के एटीपी को ऐसे होटलों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। सभी को नियमों को तोड़ने वाले होटलों का सर्वे और उन पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तुरंत जमा करवाने को कहा है। यह रिपोर्ट नगर निगम के कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने तलब की है।

सामाजिक कार्यकर्ता रोहित सभ्रवाल ने नगर निगम से शिकायत की थी कि शहर में ऐसे कई होटल हैं जो भवन निर्माण नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। होटल मालिकों ने पार्किंग की जगह पर व्यवसायिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। इस शिकायत के बाद निगम कमिश्नर ने बिल्डिंग ब्रांच से सर्वे करवाया। इसमें सामने आया कि 102 होटल ऐसे हैं जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कमिश्नर के आदेश के बाद सीनियर टाउन प्लानर सुरिदर सिंह बिद्रा ने चारों जोन के एटीपी से रिपोर्ट मांगी है।

एटीपीज को लिखे पत्र में बिंद्रा ने लिखा है कि नगर निगम कमिश्नर ने नियम पूरे न करने वाले 102 होटलों पर कार्रवाई के लिए कहा था। इनमें से 25 होटल जोन ए, नौ होटल जोन बी, चार जोन सी व 64 जोन डी में हैं। किसी भी एटीपी ने इन होटलों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट नहीं भेजी है। इन होटलों में किन नियमों का उल्लंघन हुआ है और उन पर की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इसके अलावा अगर उस क्षेत्र के और होटल भी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो उनकी रिपोर्ट भी देने के लिए कहा गया है। पार्किंग नहीं, सड़क पर जाम

शहर में अधिकतर होटल प्रमुख सड़कों पर हैं। इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी अधिक रहती है। होटल मालिकों ने ग्राहकों के वाहनों लिए पार्किंग की जगह नहीं छोड़ी है। उनके वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं। शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनने के लिए यह एक बड़ी वजह है। ऐसे कई मामले अदालत में विचाराधीन भी हैं।

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