प्रभु की भक्ति कर्मो बंधनों से मुक्ति दिलाती है : स्वामी वेद भारती

संस, लुधियाना : मॉडल टाउन स्थित, पुराने कृष्णा मंदिर में मंगलवार श्रीमद्भागवत कथा का का समापन हो गया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Jan 2018 06:48 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jan 2018 06:48 PM (IST)
प्रभु की भक्ति कर्मो बंधनों से मुक्ति दिलाती है : स्वामी वेद भारती
प्रभु की भक्ति कर्मो बंधनों से मुक्ति दिलाती है : स्वामी वेद भारती

संस, लुधियाना : मॉडल टाउन स्थित, पुराने कृष्णा मंदिर में मंगलवार श्रीमद्भागवत कथा का का समापन हो गया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी वेद भारती महाराज ने कहा कि यह जो जीवन हमे कौन सा काम करने के लिए मिला है। क्या यह जीवन है यह हमें संसार के कामों को करने के लिए मिला है, हमारी जो इच्छाएं हैं उन्हें पूरा करने के लिए मिला है। हमने जानना है अपने जीवन के लक्ष्य के बारे में किस कारण हमें यह जीवन मिला है। आज हम शरीर के बारे में बहुत कुछ समझ लिया है। हमें भूख लगती है तो खाना खा लेते है। प्यास लगती है तो हम पानी पीते है, लेकिन जिस के कारण यह हमारा शरीर चल रहा है काम कर रहा है। आंखे देख रही हैं, कान सुन रहे हैं अगर उस शक्ति को नही पहचाना तो हम मूर्ख है हमारा जीवन में इसका कोई लाभ नहीं। हमारे महापुरूष कहते हैं कि इंसान के लिए जो सब से महान कर्म है वह प्रभु की भक्ति जो तुमने इस मानव तन को प्राप्त कर करनी है। यही कर्म है जो तुम्हें सब कर्म बंधनों से मुक्ति प्रदान कर सकता है। इस अवसर पर अवसर पर साध्वी अमिता भारती, साध्वी सुमेधा भारती, साध्वी चेतन्या भारती, साध्वी श्रेया भारती ने आरती कर कथा को विश्राम दिया।

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