जाम से जनता रही बेहाल

फोटो - 3, 4, 5, 6 फ्लैग : शहर में आए बादल तो फूला यातायात व्यवस्था का दम -पुलिस रही मुस्तैद,

By Edited By: Publish:Sun, 23 Nov 2014 01:00 AM (IST) Updated:Sun, 23 Nov 2014 01:00 AM (IST)
जाम से जनता रही बेहाल

फोटो - 3, 4, 5, 6

फ्लैग :

शहर में आए बादल तो फूला यातायात व्यवस्था का दम

-पुलिस रही मुस्तैद, वीआइपीज ने बिगाड़ी व्यवस्था

-पुलिस कभी वीआइपीज की गाड़ियों को तो कभी देखती रही परेशान जनता को

गगनदीप रत्न, लुधियाना

छावनी मोहल्ला स्थित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल क्या पहुंचे कि यातायात व्यवस्था का दम ही फूल गया, जिसने शहर की जान आफत में डाल दी। शहर के जिस बाजार में से भी लोग गुजरे, वहीं लंबे जाम ने उन्हें परेशान कर दिया। यातायात पुलिस हर जगह तैनात थी, लेकिन वीआइपीज की गाड़ियों ने यातायात व्यवस्था में ऐसा खलल डाला कि पूरी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। वीआइपीज को रोकते तो नौकरी को खतरा था, इसलिए हर जगह पुलिस मुलाजिम ट्रैफिक जाम के विकराल रूप से जूझते नजर आए।

गाड़ियों का कारवां, पुलिस लाचार

मुख्यमंत्री बसदल के दौरे की तैयारियां यूं तो सुबह से शुरू हो गई थी। हर जगह रूट प्लान था, क्योंकि नहीं पता था कि बादल कार्यक्रम के अलावा किस तरफ मुड़ जाएं। इसके अलावा शहर के सबसे व्यस्त इलाके घंटाघर के नजदीक की पूरी रोड पुलिस छावनी में तब्दील थी। दोपहर साढ़े 12 बजे तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पीएयू में उतरा तो देखते ही देखते वीआइपी गाड़ियों का कारवां छावनी मोहल्ला की ओर कार्यक्रम के स्थल पर एकजुट होने लगा। धीरे-धीरे सड़कें जाम होने लगीं और जाम घंटाघर से जगराओं पुल तक पहुंच गया। वहीं, मौजूद पुलिस मुलाजिम कभी वीआइपी गाड़ियों को देखते तो कभी परेशान हो रही जनता को। अंतत: उन्हें जाम के साथ जूझना पड़ा और किसी हद तक लोगों को राहत देने की कोशिश करते दिखे।

हूटर से हुए परेशान, मंजिल तक पहुंचने के लिए चले पैदल

यहीं लोग वीआइपी गाड़ियों के हूटर सुनकर कुढ़ते दिखे। चौक से लोग जिस ऑटो को हाथ देते तो उन्हें जवाब मिलता अग्गे नीं जाणा जनाब, बोहत वड्डा जाम लगेया होया, लेकिन मंजिल तक पहुंचना था, फिर लोग पैदल ही मंजिल की ओर बढ़े।

जाम में फंसी एंबुलेंस

घंटाघर चौक के नजदीक लंबे जाम के दौरान एक मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस में फंस गई। मरीज तड़पता रहा, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था और उस जाम से निकल पाना मुमकिन नहीं था। एंबुलेंस करीब 30 मिनट जाम में फंसी रही।

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