हालात सामान्य होने से पटरी पर लौट रहा जनजीवन
13 अप्रैल की देर रात को फगवाड़ा में गोल चौक का नाम बदलने को लेकर अनुसूचित जाति के लोगों व हिंदू संगठनों में टकराव होने के चलते हिंसा भड़क गई थी।
जसविंदर सिंह (विक्की), फगवाड़ा
13 अप्रैल की देर रात को फगवाड़ा में गोल चौक का नाम बदलने को लेकर अनुसूचित जाति के लोगों व हिंदू संगठनों में टकराव होने के चलते हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान दोनों पक्षों के लोग हिंसा की चपेट में आने के चलते घायल हुए थे। हिंसा से निपटने के लिए जिलाधीश मोहम्मद तैय्यब व एसएसपी संदीप शर्मा पिछले काफी दिनों से भारी पुलिस फोर्स के साथ फगवाड़ा में डटे हुए हैं। शुक्रवार को फगवाड़ा के बाजारों में ग्राहकों की चहल पहल काफी देखी गई और स्कूल, कालेज, शैक्षिक संस्थान खुले रहे। एहतिहातन फगवाड़ा के चप्पे चप्पे पर आरएएफ, आइआरबी, बीएसएफ व पंजाब पुलिस के जवान तैनात हैं। फगवाड़ा पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी निकाला गया। वहीं जिलाधीश मोहम्मद तैय्यब एवं एसएसपी संदीप शर्मा पल पल की रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को दे रहे है। इसके अलावा जनरल समाज मंच के पदाधिकारी अपने स्तर पर बैठकें कर रहे है, वहीं दलित संगठन भी पूरे मामले को लेकर आपसी विचार विमर्श में जुटे हुए हैं। दोनों ही संगठनों की ओर से लोगों को शहर में अमन व शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है, दोनों संगठनों द्वारा सभी दुकानदारों को अपनी दुकानें खोलने की अपील की जा रही है। कुल मिलाकर फगवाड़ा में फिलहाल हालात काबू में हैं। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।