हादसों की वजह बन रहे लावारिस पशु

कपूरथला शहर व आस पास के गांव में अवारा पशुओं की भरमार,यह अवारा पशु झुड बनाकर सडकों तथा गली मोहल्लो व कूडे के डेरों पर आम देखे जाते है। इन अवारा पशुओं के कारण सडकों पर हो रहे है हादसे और कई लोग इन अवारा पशुओ के कारण मौत का शिकार हो चुके है ओर कई लोग जख्मी होते है लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन गंभीर नही है। कुछ समय पहले नगर कौसिल द्वारा शहर में अवारा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 07:56 PM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 07:56 PM (IST)
हादसों की वजह बन रहे लावारिस पशु
हादसों की वजह बन रहे लावारिस पशु

संवाद सहयोगी, कपूरथला : शहर व आसपास के गांव में लावारिस पशुओं की भरमार है। लावारिस पशु झुंड बनाकर सडकों तथा गली मोहल्लों व कूड़े के डेरों के पास खड़े रहते हैं। इन पशुओं की वजह से लोग हादसों का शिकार बन रहे हैं। लोग इन लावारिस पशुओं के कारण मौत का शिकार हो चुके हैं ओर कई लोग जख्मी हो चुके हैं। इसके बावजूद भी प्रशासन गंभीर नही है।

कुछ समय पहले नगर कौंसिल की ओर से शहर में अवारा पशुओं के खिलाफ मुहिम चलाकर कुछ हद तक अवारा पशुओं को उठाकर कुछ हद तक राहत दी थी लेकिन इसके बाद उन्होंने मुहिम को ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिस कारण शहर व आसपास के गांव में लावारिस पशुओं की तादाद बढ़ गई है। संबंधित विभाग पशुओं को कैटल पाउंड में शिफ्ट करने का प्रयास नहीं कर रही है।

फसलों का करते हैं नुकसान

लावारिस पशु कई बार किसानों की फसल उजाड़ देते हैं। कई बार ये पशु शहर की सड़कों पर बैठे रहते हैं जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी होती है व हादसा होने का डर बना रहता है। सड़कों के आस पास व गली मोहल्लों में लावारिस पशुओं को देखकर बच्चे डर से भाग जाते हैं। रात के समय झुंड बनाकर सड़क के बीच आ जाते हैं जिसके कारण दो पहिया वाहन व चार पहिया वाहन हादसे के शिकार के साथ साथ पैदल चलने वालों को भी अपना रास्ता बदलना पडता है।

लावारिस पशुओं को गोशाला में शिफ्ट करने की मांग

इस बारे में शहर की राजनीतिक, धार्मिक, को इन पशुओं की संभाल को लेकर समाजसेवी संस्थाओं को आगे आना चाहिए। हर शहर में गोशाला है। लावारिस पशुओं के लिए भी कोई न कोई रहने के लिए स्थान बनाना चाहिए और सरकार को भी इसी ओर ध्यान देना चाहिए।

लावारिस पशु के चलते तीन लोगों की हो चुकी है मौत, कई घायल

बीस अगस्त की रात सुल्तानपुर लोधी कपूरथला रोड़ पर गांव जैनपुर व चक्क कोटला के नजदीक सड़क के बीचो बीच बैठे लावारिस पशु के कारण बाइक सवार युवक की टकराने से मौत हो गई। जिसकी अस्पताल लेकर जाते हुए रास्ते में मौत हो गई। 3 सितंबर को डयूटी से लौट रहे सुल्तानपुर लोधी के हवलदार कुलदीप ¨सह की अवारा पशु के साथ टकराने के साथ मौत हो गई। करीब एक सप्ताह पहले फत्तूढीगा रोड पर अवारा पशु के साथ मोटरसाइकिल की टक्कर से एक आदमी की मौत हो चुकी है। इसी तरह 2018 में लगभग लावारिस पशुओं के कारण करीब 20 के लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके है।

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