हादसे के बाद पुलिस कर्मी और उसके बेटे पर कार चालक ने किया हमला
पठानकोट चौक के पास शनिवार देर रात उस समय हंगामा हो गया जब दो गाड़ियां टकरा गई।
सुखविदर बग्गा, जालंधर
पठानकोट चौक के पास शनिवार देर रात उस समय हंगामा हो गया जब टांडा के पुलिस कर्मी की गाड़ी वहां से निकल रही टैंगो गाड़ी से टकरा गई। टैंगो गाड़ी के चालक ने अपने साथी बुला लिए तो पुलिस कर्मी ने भी अपने बेटे को बुला लिया। गाड़ी चालक के साथियों ने पुलिस कर्मी व उसके बेटे पर हमला कर दिया। इस दौरान खुद को एसआइ कहने वाला एक युवक, जिसने नशा किया हुआ था, आकर दोनों में समझौता करवाने का प्रयास करने लगा। जब मौके पर पीसीआर टीमें पहुंची तो टैंगो गाड़ी के चालक मौके से फरार हो गए और पुलिस कर्मी ने कोई कार्रवाई करवाने से इन्कार कर दिया।
खुद को एसआइ बताने वाले युवक ने दोनों के निकल जाने पर पीसीआर कर्मियों के साथ ही हंगामा शुरू कर दिया। उक्त युवक का कहना था कि वह थाना चार में प्रभारी है। युवक ने पीसीआर कर्मियों के साथ बदसलूकी की और कहा कि उसने ही टैंगो गाड़ी के चालक को भगाया है। इस पर पीसीआर कर्मियों ने और पीसीआर कर्मी बुला लिए। उन्होंने आकर जब उससे पूछा तो पहले खुद को थाना चार का एसआइ बताने वाले युवक ने खुद को थाना पांच का एसआइ बताना शुरू कर दिया। जब पीसीआर वालों ने उसके थाना प्रभारी का नाम पूछा तो उसने कहा कि नौनिहाल सिंह थाना प्रभारी हैं। यह सुनते ही पीसीआर कर्मियों ने उसे काबू किया और थाना रामामंडी में ले गए। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि उक्त युवक पहले भी खुद को पुलिस मुलाजिम बताता था और लोगों से पैसे भी ऐंठ लेता था। खुद को एसआइ बता कर दो घंटे तक हंगामा करने वाले उक्त युवक की सारी गर्मी निकल गई, जिसके बाद उसने वहां से किसी कांग्रेस नेता से बात करवाई और माफी मांग कर जान छुड़ाई। इस संबंध में थाना डिवीजन नंबर आठ के प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया था कि हंगामा करने वाला युवक नशे में था। वो एसआइ नहीं था, लेकिन बाद में उसने माफी मांग ली। वहीं गाड़ियों के टकराने के मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस कर्मी ने टैंगो गाड़ी चालकों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है।