GNDU Exams: कॉलेजों में ही होगा आंसरशीट से मूल्यांकन, Rechecking का नहीं मिलेगा अवसर
इस बार जीएनडीयू के विद्यार्थियों को कॉलेज की तरफ से तैयार किए गया परिणाम ही स्वीकार करना होगा। कोविड-19 के कारण बने हालात के मद्देनजर जीएनडीयू की तरफ से मूल्यांकन केंद्र स्थापित नहीं किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को रिचेकिंग का अवसर नहीं मिलेगा।
जालंधर, जेएनएन। जीएनडीयू से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में फाइनल ईयर की परीक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं। विद्यार्थियों को उत्तर पुस्तिकाएं कॉलेज में भेजनी है क्योंकि वहीं पर इनका मूल्यांकन कर नतीजा तैयार होगा। विद्यार्थियों को कॉलेज की तरफ से तैयार किए गया परिणाम ही स्वीकार करना होगा, क्योंकि इस बार उन्हें रिजल्ट सुधारने या उत्तर पुस्तिका के अंकों को एक बार फिर से चेक करवाने का अवसर नहीं मिलेगा। कारण, इस बार कोविड-19 के कारण बने हालात के मद्देनजर जीएनडीयू की तरफ से मूल्यांकन केंद्र स्थापित नहीं किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को रिचेकिंग का अवसर नहीं दिया जा रहा है।
परीक्षाओं में करीब 25 हजार विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। जो विद्यार्थी इन परीक्षाओं में भाग लेने से चूक गए हैं, उन्हें अक्टूबर और नवंबर में परीक्षा देने का मौका मिलेगा। यूं तो हर वर्ष 7-8 हजार विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आती है। 2-3 हजार विद्यार्थियों की तरफ से नतीजा सुधारने के लिए रिचैकिंग के लिए आवेदन किए जाते हैं ताकि कहीं अंकों के जोड़ में कोई गडबड़ी हुई है तो नतीजा और बेहतर हो सके। कोविड-19 की वजह से बदले नतीजे कॉलेज स्तर पर ही बनने और रिचैकिंग का अवसर न मिलने से विद्यार्थियों को नतीजे सुधारने का अवसर नहीं मिल पाएगा।
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