इस बार छह जुलाई से शुरू होगा सावन माह, बन रहा अद्भुत संयोग

इसमें सावन का महीना सोमवार से शुरू होकर सोमवार को संपन्न होने के साथ-साथ इस माह के बीच कई प्रसिद्ध धार्मिक त्योहार भी मनाए जाएंगे।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 01:57 PM (IST)
इस बार छह जुलाई से शुरू होगा सावन माह, बन रहा अद्भुत संयोग
इस बार छह जुलाई से शुरू होगा सावन माह, बन रहा अद्भुत संयोग

जालंधर, शाम सहगल। इस बार सावन माह 14, 15 या फिर 16 को नहीं बल्कि छह जुलाई को शुरू होने जा रहा है। यह पहला अवसर है जब सावन माह की शुरुआत जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में होने जा रही है। इससे पूर्व 14 से लेकर 16 जुलाई के बीच में संक्रांति के साथ ही सावन माह का आगाज होता है। भगवान शिव को अति प्रिय इस पवित्र माह के बीच इस बार कई अद्भुुत संयोग भी बनने जा रहे हैं। इसमें सावन का महीना सोमवार से शुरू होकर सोमवार को संपन्न होने के साथ-साथ इस माह के बीच कई प्रसिद्ध धार्मिक त्योहार भी मनाए जाएंगे। यही कारण है कि शिव भक्तों में इस पावन माह को लेकर भारी उत्साह है। इसी तरह शहर के मंदिरों में भी सावन माह को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं।

इस बारे में श्री हरि दर्शन मंदिर अशोक नगर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रमोद शास्त्री ने बताया कि जुलाई माह के पहले सप्ताह में शुरू होने जा रहे सावन माह में पांच सोमवार आएंगे। इस कारण भगवान शिव की अराधना करने वाले भक्तों को दोगुना फल प्राप्त होता है। सावन माह में आने वाले सोमवार को रखे जाते व्रत का फल वर्ष भर में आने वाले सोमवार को रखे जाते व्रत के समान प्राप्त होता है। इसलिए शिव भक्तों को सावन माह में आने वाले सोमवार को विधिवत रूप से व्रत रखना चाहिए।

छह जुलाई से शुरू होकर तीन अगस्त तक चलेगा पवित्र माह
इस बार छह जुलाई सोमवार से शुरू होकर सावन का पवित्र माह तीन अगस्त को सोमवार वाले दिन तक चलेगा। ज्योतिषाचार्य रामजी महाराज बताते हैं कि इस माह में कई प्रसिद्ध त्योहार भी मनाए जाएंगे।
10 जुलाई  :  मौनी पंचमी
14 जुलाई  :
मंगला गौरी व्रत
16 जुलाई  :
एकदाशी
18 जुलाई  : प्रदोष
20 जुलाई  :
हरियाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या
23 जुलाई  : हरियाली तीज
25 जुलाई  : नाग पंचमी
3 अगस्त  :
रक्षाबंधन

 व्रत व पूजा की विधि
- पूजा स्थल को शुद्ध करके वेदी स्थापित करें।
- शिवालय में प्रतिस्थापित शिवलिंग पर दूध अर्पित करें।
- भगवान शिव के व्रत का संकल्प लें।
- पूजा के लिए तिल के तेल का दीया जलाएं व भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
- भगवान शिव को सुपारी, पंचामृत, नारियल, बिल्व पत्र, पंचामृत, भांग व धतूरा की पत्तियां चढ़ाएं।
- व्रत के दौरान सुबह व शाम को कथा करें।
- संध्याकाल में पूजा समाप्ति के बाद व्रत खोलें व सामान्य भोजन करें।


सावन के पवित्र माह को लेकर प्रचलित पौराणिक कथा
बताया जाता है कि समुद्र मंथन से निकले विष को भगवान शिव ने खुद ग्रहण कर लिया था। इससे उनका शरीर बहुत अधिक गर्म हो गया था। इससे भगवान शिव को काफी परेशानी होने लगी थी। भगवान शिव को इस परेशानी से मुक्त करने के लिए इंद्रदेव ने जमकर बारिश करवाई थी। यह घटनाक्रम सावन के महीने में हुआ था। इस प्रकार से भगवान शिव ने विष का पान करके सृष्टि की रक्षा की थी।

सावन माह में इन बातों का रखें ध्यान
- भगवान शिव को केतकी के फूलों के साथ अभिषेक नहीं करें।
- शिवलिंग पर तुलसी को अर्पित न करें।
- शिवलिंग पर नारियल अर्पित न करें।
- व्रत पूजा के दौरान बिल्व पत्री, भांग, धतूरा व बिल्व का इस्तेमाल जरूर करें।
- भगवान शिवजी को हमेशा कांस्य व पीतल के बर्तन से जल अर्पित करें।

 सावन माह में आने वाले सोमवार
सावन का पहला सोमवार : 6 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार : 13 जुलाई
सावन का तीसरा सोमवार : 20 जुलाई
सावन का चौथा सोमवार : 27 जुलाई
सावन का पांचवा सोमवार : 03 अगस्त

 मंदिरों के शिवालयों में तैयारियां शुरू
श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज बताते हैं कि सावन माह में आने वाले सोमवार को श्रद्धालुओं द्वारा व्रत पूजन के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मंदिर में तैनात पुजारी शिव भक्तों को विधिवत व्रत पूजन करवाएंगे। इसी तरह, श्री महालक्ष्मी मंदिर जेल रोड के प्रवक्ता राहुल बाहरी, श्री गीता मंदिर मॉडल टाउन के अध्यक्ष अरुण वालिया तथा श्री कष्ट निवारण बालाजी मंदिर शेखां बाजार के प्रधान रमन अरोड़ा तथा सोनी सच्ची सरकार उपकार नगर के गद्दीनशीन टोनी शाह बताते हैं कि सावन माह को लेकर मंदिर में बनाए गए शिवालय को सजाने की तैयारियां चल रही हैं।

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