कोरोना वायरस की दहशत कम करने में जुटा सेहत विभाग
कोरोना वायरस को लेकर सिविल अस्पताल और सिविल सर्जन ऑफिस में बैठकें हुई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस को लेकर सिविल अस्पताल और सिविल सर्जन ऑफिस में बैठकें हुई। सिविल सर्जन ऑफिस में वीरवार को डॉ. गुरिदर कौर चावला ने सिविल अस्पताल के मेडिकल स्पेशलिस्ट और नोडल अफसरों की बैठक में तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने तीनों शिफ्ट में ड्यूटी करने वाले स्टाफ को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज आने पर उसकी संभाल करने की ट्रेनिग दी और इस बारे में मॉक ड्रिल करने की हिदायतें दीं। उन्होंने कहा कि स्टाफ को जागरूक करने की आवश्यकता है। कोरोना वायरस का भले ही अभी तक कोई इलाज नहीं है, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है।
स्टाफ को अलर्ट रहने के दिए निर्देश
सिविल अस्पताल में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर की प्रधानगी में बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने स्टाफ को सचेत रहने की हिदायतें दीं और स्टाफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संदिग्ध मरीज आने पर तुरंत इलाज की सुविधा दी जाए और जल्द ही आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करवाया जाए। इस मौके पर डॉ. तरसेम लाल, डॉ. भूपिदर सिंह, डॉ. कश्मीरी लाल, डॉ. चन्नजीव सिंह, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. शोभना बंसल, किरपाल सिंह के अलावा स्टाफ के सदस्य मौजूद थे। निजी डॉक्टरों को भी किया सचेत
जालंधर : कोरोना वायरस को लेकर वीरवार को सिविल सर्जन ऑफिस में आइएमए जालंधर इकाई के साथ बैठक हुई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. गुरिदर कौर चावला ने संदिग्ध मरीज के अस्पताल में आने पर उसे प्राथमिकी सहायता देने और आइसोलेशन में शिफ्ट करने के लिए ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को पूरी जानकारी देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस वायरस को लेकर लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि लोगों में भ्रम खत्म किए जा सके।
वायरस प्रभावित मरीज की दें जानकारी
संदिग्ध मरीज की जानकारी सेहत विभाग को मुहैया करवाई जाए ताकि रैपिड रिस्पांस टीमें मौके पर पहुंच कर मरीज के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज सके। डॉ गुरिंदर कौर ने कहा कि जांच के दौरान मरीज का इतिहास जानना जरूरी हैं। मरीज को 28 दिन तक निगरानी में रखना जरूरी है। बैठक के दौरान आइएमए के प्रदान डॉ. पंकज पाल ने सेहत विभाग को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में भाग लेने वालों में डॉ. विकास सूद, डॉ. मनीश सहगल, डॉ. दीपक चावला के अल्वा सेहत विभाग के अधिकारी मौजूद थे।