बरसात में रहें सावधान, निगम ने बिछा रखा है मौत का जाल

स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस में नगर निगम की लापरवाही से लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 07:34 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 07:34 AM (IST)
बरसात में रहें सावधान, निगम ने बिछा रखा है मौत का जाल
बरसात में रहें सावधान, निगम ने बिछा रखा है मौत का जाल

जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर के पीर बोदला बाजार में बिजली की तार गिरने से पिता-पुत्र की मौत के मामले में जहां पावरकॉम की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, वहीं स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस में नगर निगम की लापरवाही से भी खतरा बना हुआ है। दरअसल, नगर निगम की स्ट्रीट लाइट की मेंटेनेंस का जिम्मा ठेकेदारों पर है और लिखित एग्रीमेंट में शामिल है कि वह बिजली की तारों के जोड़ नंगे नहीं छोड़ेंगे। इसके बावजूद भी शहर में ज्यादातर स्ट्रीट लाइट्स पॉइंट्स में बिजली की तारों की जोड़ नंगे हैं। इसके चलते कई बार हादसे भी हुए हैं, लेकिन निगम फिर भी सबक नहीं ले रहा है।

वहीं, इस व्यवस्था की चंडीगढ़ स्ट्रीट लाइट्स सिस्टम से तुलना करें तो जमीन आसमान का अंतर है। वहां स्ट्रीट लाइट के पोल में ही एक बॉक्स बना होता है, जिसके अंदर ही बिजली की तारें रखी जाती हैं। तारों के जोड़ को बकायदा प्लास्टिक के एक बॉक्स से कवर किया जाता है। इससे किसी भी तरह की दुर्घटना की संभावना काफी कम हो जाती है। अगर जालंधर में भी ऐसा सिस्टम लागू हो जाए तो काफी हद तक खतरे को कम किया जा सकता है। शहर में अब जल्द ही एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाने का काम शुरू होगा। नए सिस्टम में सुरक्षित तरीका अपानाया जाएगा, लेकिन जिसके लिए भुगतान करते आ रहे हैं, वह काम न होना सवालों के घेरे में है।

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ठेकेदार कर रहा कमाई, लोगों की जान को खतरा

स्ट्रीट लाइट्स की मेंटेनेंस के लिए शहर के सात जोन में हर साल ठेकेदारों को करीब चार करोड़ रुपए का भुगतान होता है। ठेके की शर्तों में यह शामिल है कि वह बिजली की तारों के जोड़ को कवर करेंगे। इसके बावजूद ऐसा नहीं हो रहा और ठेकेदार को बिना किसी जुर्माने के भुगतान भी हो जाता है। बरसात में बिजली की तारों के नंगे जोड़ जान के लिए खतरा बन जाते हैं।

जांच करवाएंगे, गड़बड़ी मिली तो ठेकेदारों पर कार्रवाई होगी : एसई

नगर निगम के ओएंडएम विभाग के एसई सतिदर कुमार का कहना है कि ठेकेदारों की जिम्मेदारी है कि वह स्ट्रीट लाइट्स के बिजली की तारों के नंगे जोड़ को कवर करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए बकायदा गाइडलाइन दी गई है। जांच करवाएंगे कि ठेकेदार अपना काम पूरा क्यों नहीं कर रहे हैं। इसकी जांच करवाएंगे और गड़बड़ी मिलने पर ठेकेदारों पर एक्शन भी होगा।

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