नेशनल हेल्थ मिशन कर्मियों ने रेगुलर करने की मांग को लेकर की हड़ताल, कहा- आर्थिक बदहाली का हो रहे शिकार
पंजाब में लगभग 12000 नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारी कार्यरत है। उनका कहना है कि 15 सालों से बेहद कम वेतन पर काम किया जा रहा है। इसके कारण कर्मचारियों को आर्थिक बदहाली का शिकार होना पड़ रहा है। जबकि कई राज्यों में इन्हें रेगुलर कर दिया गया है।
संवाद सहयोगी करतारपुर । सिविल अस्पताल करतारपुर में एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) कर्मचारी पक्का करने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। इस दौरान धरना एवं रोष प्रदर्शन की जा रही है। धरने में बैठे कर्मचारियों ने बताया कि 15 सालों से तनख्वाह कम होने के कारण ये कर्मचारी आर्थिक बदहाली का शिकार हो रहे हैं। पंजाब के अधीन लगभग 12000 कर्मचारी कार्यरत है।
इन्होंने सिविल अस्पताल करतारपुर के एसएमओ डॉक्टर कुलदीप सिंह मांग पत्र देकर राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु आदि राज्यों की तर्ज पर रेगुलर करने की मांग की है। उक्त सरकारों ने नियमों में बदलाव करके पॉलिसी बनाने के बाद राष्ट्रीय सेहत मिशन अधीन कार्य कर रहे कर्मचारियों को रेगुलर किया है। साथ ही हरियाणा में भी सरकार द्वारा राष्ट्रीय सेहत मिशन कर्मचारी कानून बनाकर रेगुलर कर्मचारियों की तर्ज पर पूरी तनख्वाह दी जा रही है।
मांग पत्र में कहा गया है कि पंजाब सरकार में पंजाब प्रोटक्शन एंड रेगुलाइजेशन कंटेक्सुअल एम्पलाइज विल 2021 बनाया गया है परंतु उसमें एनएचएम कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है। जिसके चलते एनएचएम कर्मचारियों में भारी रोष पाया जा रहा है। इसके कारण कर्मचारी कार्य बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं। इन कर्मचारियों ने कहा कि जब तक कर्मचारियों को इस बिल में शामिल नहीं किया जाता वे हड़ताल पर ही रहेंगे। कर्मचारियों की 16 नवंबर से हड़ताल जारी है । इस अवसर डॉक्टर विकास, डॉक्टर पूनम, डॉक्टर गीता ,सीएचओ सुखप्रीत कौर, प्रभजोत कौर, प्रीति ,अमनजोत ,राखी,सपना इत्यादि मौजूद थे।
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