चिराग तले अंधेराः स्पोर्ट्स कॉलेज सात साल से नहीं करवा सका स्पोर्ट्स मीट Jalandhar News
कॉलेज से निकले कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने देश का नाम रोश किया है और कर रहे हैं। ऐसे में सात साल से स्पोर्ट्स मीट न करवाना समझ से परे है।
जालंधर [कमल किशोर]। नशे और सामाजिक कुरीतियों से दूर रहकर युवा खेलों से जुड़ें, इसके लिए स्कूल-कॉलेजों में खेल गतिविधियों को आयोजन किया जाता है। सरकार ने भी कपूरथला रोड स्थित स्पोर्ट्स कॉलेज इसी मकसद से स्थापित किया था। लेकिन यह संस्था पिछले सात साल से चिराग तले अंधेरा वाली कहावत ही चरितार्थ कर रही है। यहां वर्ष 2012 के बाद से स्पोर्ट्स मीट ही नहीं करवाई गई है। यह तब है जब कि कॉलेज से निकले कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने देश का नाम रोश किया है और कर रहे हैं। ऐसे में स्पोर्ट्स मीट न करवाना समझ से परे है।
वर्ष 2015 में नई बिल्डिंग बननी हो गई थी शुरू
वर्ष 2015 में कॉलेज की नई बिल्डिंग बननी शुरू हो गई थी। दो वर्ष तक काम चलता रहा। वर्ष 2013 में जिस जगह कॉलेज था, वहां मेरिटोरियस स्कूल की बिल्डिंग का काम शुरू हो गया। कॉलेज को जिम्नेजियम हॉल के पास वाली बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। शिफ्टिंग की भागदौड़ में कॉलेज प्रशासन मीट करवाना भूल गया। दाखिला लेने वाले खिलाड़ी स्पोर्ट्स मीट का इंतजार करते रहे। अब कॉलेज की बिल्डिंग तैयार है, लेकिन मीट करवाने की जिम्मेवारी कॉलेज प्रशासन नहीं ले रहा है।
कॉलेज में थी एक फिजिकल एजुकेशन शिक्षिका
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि कॉलेज में मात्र एक फिजिकल एजुकेशन का शिक्षक होना एक कारण हो सकता है। वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रिंसिपल परमजीत कौर जस्सल ने सरकार को एक और पुुरुष फिजिकल एजुकेशन शिक्षक का पद भरने के लिए कहा था, लेकिन सरकार ने महिला की तैैनाती कर दी। दो शिक्षक होने के बाद भी मीट नहीं हो सकी। परमजीत कौर जस्सल ने कहा कि वर्ष 2012 में उनके कार्यकाल के दौरान स्पोर्ट्स मीट हुई थी। उसके बाद कॉलेज के फिजिकल विभाग के टीचर से मीट करवाने की बात कही गई, लेकिन संज्ञान नहीं लिया। वर्ष 2015 में कॉलेज की नई बिल्डिंग बनने का काम शुरू हो गया था। कॉलेज को नई बिल्डिंग में शिफ्ट भी किया गया। वर्ष 2017 में रिटायर्ड होने के बाद मीट करवाने संबंधी कोई जानकारी नहीं है। कॉलेज में आठ सौ से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
मार्च में स्पोर्ट्स मीट करवाने का विचारः प्रिंसिपल
प्रिंसिपल परमजीत कौर संधू ने कहा कि अक्टूबर में मीट करवाने की सोच रहे थे, लेकिन सेमेस्टर की परीक्षा होने के चलते नहीं हो सकी। अब मार्च में करवाने की सोच रहे हैं। मीट में देरी होने का करण नई बिल्डिंग बनना और शिफ्टिंग भी एक कारण है।
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