लोगों को शहर के इतिहास से भी रूबरू कराएगा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लोगों को जालंधर के इतिहास से भी रूबरू कराएगा। वीरवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ विशेष सारंगल ने प्रोजेक्ट की कंसल्टेंट कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामना आया। बैठक में जहां एक और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर चर्चा हुई तो दूसरी ओर स्मार्ट सिटी को हेरिटेज से जोड़कर और अधिक आकर्षित बनाने के पहलुओं पर भी चर्चा की गई।

By Edited By: Publish:Fri, 16 Mar 2018 02:57 AM (IST) Updated:Sat, 17 Mar 2018 10:53 AM (IST)
लोगों को शहर के इतिहास से भी रूबरू कराएगा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
लोगों को शहर के इतिहास से भी रूबरू कराएगा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
जागरण संवाददाता, जालंधर : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लोगों को जालंधर के इतिहास से भी रूबरू कराएगा। वीरवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ विशेष सारंगल ने प्रोजेक्ट की कंसल्टेंट कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामना आया। बैठक में जहां एक और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर चर्चा हुई तो दूसरी ओर स्मार्ट सिटी को हेरिटेज से जोड़कर और अधिक आकर्षित बनाने के पहलुओं पर भी चर्चा की गई। सीईओ विशेष सारंगल ने बताया कि उनका बचपन और यहां तक कि उनकी स्कूली शिक्षा भी जालंधर में हुई पर वह शहर के रोचक इतिहास से अंजान थे। कंसल्टेंट कंपनी की ओर से किए जा रहे सर्वे में सामने आया कि जालंधर में 12 प्राचीन सराएं हैं, 12 कोर्ट हैं, 12 गेट और 12 बस्तियां हैं। यह 12 का आंकड़ा काफी रोचक है। सीईओ ने कहा कि इस बात की भी कोशिश की जा रही है स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को हेरिटेज से भी जोड़ा जा सके और जालंधर के लोगों के साथ-साथ देश-विदेश के लोगों को जालंधर के इतिहास से रूबरू कराया जा सके। साथ ही शहर को एशिया के सबसे बड़े स्पो‌र्ट्स हब और मेडिकल हब के रूप में प्रमोट किया जा सके। उनका कहना था कि अन्य प्रोजेक्टों पर भी काम चल रहा है पर फिलहाल इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर प्राथमिकता है। इसमें कुछ बदलाव संभव हैं। इसमें फायर सर्विस सिस्टम को आधुनिक और अपडेट बनाने पर विचार किया जा रहा है क्योंकि फायर सर्विसेज का ढांचा शहर की जरूरतों के अनुरूप ही होना चाहिए। हालांकि इस पर सिटी एडवाइजरी कमेटी के साथ बैठक के बाद ही अंतिम फैसला लिया जा सकता है। ---------------- ब‌र्ल्टन पार्क प्रोजेक्ट पर फैसला अगले सप्ताह संभव स्मार्ट सिटी के तहत ब‌र्ल्टन पार्क को करीब 567 करोड़ रुपये से मल्टीपर्पज स्टेडियम में बदलने पर अगले सप्ताह फैसला लिया जा सकता है। विशेष सारंगल का कहना है कि अहमदाबाद से ट्रांसस्टेडिया की टीम जालंधर आकर ब‌र्ल्टन पार्क का सर्वे कर चुकी है। इस प्रोजेक्ट पर अंतिम फैसला लेने के लिए उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को एक बार फिर जालंधर बुलाया है। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह टीम जालंधर आ रही है। इसके बाद ही इस संबंध में कुछ कह पाएंगे। उन्होंने कहा कि स्टेडियम के प्रोजेक्ट का ओपन टेंडर होगा। इसमें अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियां भी हिस्सा ले सकती हैं। :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
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