जालंधर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर हुए समागम, 'बोले सो निहाल' से गूंजे गुरु घर
जालंधर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को लेकर गुरु घरों में समागम हुए। कीर्तन दरबार का आगाज श्री गुरु ग्रंथ साहिब की इलाही बाणी के साथ किया गया। हजूरी रागियों ने हाजिरी लगा कर संगत को शबद गायन के साथ निहाल किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर। श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को लेकर शहर के गुरु घरों में समागम हुए। इस क्रम में गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर सेंट्रल टाउन तथा गुरुद्वारा नौवी पातशाही दुख निवारण साहिब गुरु तेग बहादुर नगर में कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें सचखंड श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागियों ने हाजरी लगा कर संगत को शबद गायन के साथ निहाल किया। कीर्तन दरबार का आगाज श्री गुरु ग्रंथ साहिब की इलाही बाणी के साथ किया गया।
इसके उपरांत गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब में श्री दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई फतेह सिंह, भाई रछपाल सिंह तथा भाई जसपाल सिंह ने शबद गायन तथा कीर्तन किया। इस दौरान प्रबंधक कमेटी के प्रधान चरणजीत सिंह डीसी टायर तथा महासचिव परमिंदर सिंह डिंपी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने जात पात तथा धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर मानवता की सेवा करने की प्रेरणा दी थी। इस दौरान उन्होंने गुरुओं की जीवनी को जीवन में अपनाने का आह्वान किया। इस मौके पर गुरमिंदर सिंह गोमा, जितेंद्र पाल सिंह खालसा व जसविंदर सिंह सहित सदस्य मौजूद थे।