पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में हुआ बदलाव, अब 21 नवंबर के बजाए इस तारीख को होगा; यहां लें पूरी जानकारी

पंजाब में सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के लिए पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिली टेस्ट अनिवार्य किया हुआ है। यह टेस्ट पहले 21 नवंबर को आयोजित होना था लेकिन अब तारीख में बदलाव किया गया है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 06:58 AM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 10:57 AM (IST)
पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में हुआ बदलाव, अब 21 नवंबर के बजाए इस तारीख को होगा; यहां लें पूरी जानकारी
पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में हुआ बदलाव,

जालंधर [अंकित शर्मा]। राज्य भर के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के लिए पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिली टेस्ट अनिवार्य किया हुआ है। जो पहले 21 नवंबर को आयोजित किया जाना था, मगर विभाग की तरफ से इसकी तिथियों में बदलाव कर इसे 28 नवंबर तक कर दिया गया है। इस बदलाव को लेकर विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।

यह परीक्षा पहली से पांचवीं और दूसरी परीक्षा छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए आयोजित की जाती है। इसमें एससी एसटी विद्यार्थियों के लिए पहली व दूसरी परीक्षा देने के लिए 300-300 रुपये शुल्क देना होगा, जबकि जनरल और ओबीसी विद्यार्थियों के लिए दोनों परीक्षाओं के लिए 600-600 रुपये शुल्क रखा गया है। इसी तरह से एक्स सर्विसमैन के लिए परीक्षा शुल्क कोई नहीं रखा गया है। परीक्षा को लेकर जल्द ही एडमिट कार्ड जारी किये जाएंगे, उम्मीदवार स्टेट काउंसिल आफ एजुकेशन पंजाब की आफिशियल साइट पर जाकर सर्च कर सकते हैं।

विभाग की तरफ से उम्मीदवारों की परीक्षा को लेकर किए जा रहे बदलावों संबंधी निरंतर साइट पर सर्च करते रहने व जुड़े रहने की सलाह दी गई है। क्योंकि परीक्षा से जुड़े उम्मीदवारों को किसी भी प्रकार से कोई अलग जानकारी नहीं भेजी जाएगी। सारी जानकारी केवल साइट पर ही अपलोड की जा सकती है। परीक्षा हो जाने के बाद ही इसकी आंसर की जारी की जाएगी। जहां से उम्मीदवार अपने उत्तरों का मिलान व जांच कर सकते हैं। जिसके बाद ही विभाग की तरफ से परीक्षाओं के नतीजे जारी किये जाएंगे।

विभाग की तरफ से परीक्षा की तिथियों में किए गए बदलाव को लेकर शिक्षा प्रोवाइडरों की तरफ से एतराज भी जताया गया है, जिस वजह से उनकी तरफ से बुधवार को शिक्षा मंत्री परगट सिंह की कोठी के बाहर प्रदर्शन किया गया। जिस वजह से अध्यापकों और पुलिस के बीच जम कर हाथापाई हुई। उनकी मांगें न माने जाने की चलते सभी देर रात तक कोठी के बाहर ही प्रदर्शन पर ही बैठे रहे।

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