पंजाबः कर्फ्यू में न वसूली जाए लाइसेंस फीस, शराब ठेकेदार बोले- 80 फीसद तक गिरी बिक्री

ठेकेदारों का कहना है कि वे भारी आर्थिक संकट में घिर गए हैं और अब उनके लिए लाइसेंस फीस देना संभव नहीं है। शराब ठेकेदारों का दावा है कि जब से सरकार ने गाइडलाइंस लागू की हैं तब से उनकी बिक्री 80 फीसद तक गिर गई है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 11:33 AM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 11:33 AM (IST)
पंजाबः कर्फ्यू में न वसूली जाए लाइसेंस फीस, शराब ठेकेदार बोले- 80 फीसद तक गिरी बिक्री
शराब ठेकेदारों का दावा है कि कर्फ्यू और लॉकडाउन से उनकी बिक्री 80 फीसद तक गिरी है। सांकेतिक फोटो

जालंधर [मनुपाल शर्मा]। पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू और लॉकडाउन से शराब बिक्री में आई भारी गिरावट का दावा करते हुए शराब ठेकेदारों ने लाइसेंस फीस में छूट की मांग की है। ठेकेदारों का कहना है कि वे भारी आर्थिक संकट में घिर गए हैं और अब उनके लिए लाइसेंस फीस देना संभव नहीं है। शराब ठेकेदारों का दावा है कि जब से सरकार ने गाइडलाइंस लागू की हैं, तब से उनकी बिक्री 80 फीसद तक गिर गई है।

सरकार तुरंत दे राहत

शराब ठेकेदारों का कहना है कि सरकार एवं एक्साइज विभाग भी इस बात से भलीभांति परिचित है कि कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते शराब की बिक्री में गिरावट आई है। इस कारण शराब ठेकेदारों के लिए लाइसेंस फीस देना संभव नहीं है। शराब ठेकेदारों ने कहा कि शराब बिक्री में आई गिरावट के बारे में एक्साइज विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया जा चुका है। उन्होंने मांग की उन्हें राहत देते हुए कर्फ्यू और लॉकडाउन की अवधि के लिए लाइसेंस फीस वसूली रोकने की घोषणा करनी चाहिए।

...अन्यथा ठेका चलाने में असमर्थ होंगे ठेकेदार

शराब ठेकेदारों ने कहा कि इस वर्ष सरकार की रिन्यू पॉलिसी के तहत शराब ठेकेदारों ने लगभग 7200 करोड़ रुपये के शराब ठेके हैं खरीदे हैं। सरकार को बड़ी आमदनी हुई है। सरकार को ठेकेदारों की आर्थिक मंदी की तरफ ध्यान देते हुए तत्काल राहत की घोषणा करनी चाहिए अन्यथा वे ठेके चलाने में असमर्थ होंगे।

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