गुरदासपुर की कलियुगी मां ने ही बेटे की जान, अवैध संबंधों में बाधा बना प्रेमी के साथ मिलकर कर दी हत्या
गांव बलवंडा की रहने वाली रूपिंदर कौर के सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा उर्फ गोरा (चक्क शरीफ) के साथ पिछले छह महीनों से अवैध संबंध थे। इस अवैध संबंध में रूपिंदर कौर का 25 वर्षीय बेटा रणदीप सिंह बाधा बन रहा था।
काहनूवान (गुरदासपुर), जेएनएन। अवैध संबंधों में बाधा बन रहे बेटे को एक कलयुगी मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। उसने बेटे की लाश को ऐसी जगह पर ठिकाने लगाया कि अगर लाश कुछ दिन वहां रहती तो हड्डियों का पिंजर ही खेतों से मिलता। पुलिस को सही समय पर इस मामले की जानकारी मिलने से उसकी योजना पर पानी फिर गया। पुलिस ने एसपी (डी) हरविंदर संधू के नेतृत्व में टीम का गठन करके लाश की पहचान कर ली और कत्ल का सुराग लगाकर 24 घंटे के भीतर आरोपित मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने बताया कि रविवार को गांव झंडा लुबाना की ड्रेन के पास एक युवक की अधजली लाश मिली थी। पुलिस ने जांच की तो युवक गांव गांव बलवंडा का रहने वाला निकला। उसकी हत्या उसकी मां ने ही अपने आशिक और उसके दोस्त के साथ मिलकर की थी। आरोपित मां और उसके आशिक को रविवार रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया जबकि तीसरा आरोपित फरार है। एसएसपी ने बताया कि गांव बलवंडा की रहने वाली रूपिंदर कौर के सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा उर्फ गोरा (चक्क शरीफ) के साथ पिछले छह महीनों से अवैध संबंध थे। इस अवैध संबंध में रूपिंदर कौर का 25 वर्षीय बेटा रणदीप सिंह बाधा बन रहा था।
इसके बाद रूपिंदर कौर ने प्रेमी सुखविंदर सिंह व उसके दोस्त गुरजीत सिंह के साथ मिलकर शनिवार रात को अपने बेटे रणदीप सिंह का कत्ल कर दिया। आरोपितों ने बड़ी बेरहमी के साथ रणदीप सिंह के सिर पर हथौड़ी व चाकू से वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने उसकी लाश को गांव के खेतों के पास से निकलने वाली ड्रेन में फेंक दिया। रविवार को लाश दिखने पर झंडा लुबाना के त्रिलोचन सिंह ने पुलिस को जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई और लाश की पहचान शुरू करवाई।
रणदीप की पत्नी है विदेश में
रणदीप सिंह का शादीशुदा था। उसकी पत्नी विदेश में है जबकि एक भाई फौज में नौकरी करता है। पिता भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर अब एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम कर रहे हैं। एसएसपी के मुताबिक थाना भैणी मिया खां के प्रभारी, सीआइए स्टाफ, थाना काहनूवान, डीएसपी (डी) व एसपी (डी) के नेतृत्व में टीम का गठन कर 24 घंटे में इस मामले को सुलझा लिया गया है।