जल्द चोरी के यूरो बदलवाने के चक्कर में मुखबिर से कर बैठे सौदा, ऑटो ड्राइवर समेत दो दबोचे

आरोपित हरप्रीत रोज शराब पीने का आदी था, जो ऑटो चलाने की कमाई से संभव नहीं था, इसलिए उसने तवलीन को साथ मिला चोरी करनी शुरू कर दी।

By Edited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 08:32 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 02:22 PM (IST)
जल्द चोरी के यूरो बदलवाने के चक्कर में मुखबिर से कर बैठे सौदा, ऑटो ड्राइवर समेत दो दबोचे
जल्द चोरी के यूरो बदलवाने के चक्कर में मुखबिर से कर बैठे सौदा, ऑटो ड्राइवर समेत दो दबोचे

जागरण संवाददाता, जालंधर। जल्द से जल्द हिस्सा बांटने के चक्कर में चोरी के यूरो बदलवाने के लिए दो चोरों ने पुलिस के मुखबिर से ही सौदा कर लिया। मुखबिर ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो सभी चोरी के तीन दिन बाद दबोच लिए गए। इनमें मुख्य आरोपित ऑटो ड्राइवर है, जबकि दूसरा सब्जी मंडी में काम करता है। इनकी पहचान हरप्रीत सिंह उर्फ सनी निवासी कृष्णा नगर और तवलीन सिंह उर्फ स्माइल उर्फ साहिल निवासी फ्लैट नंबर आठ, शिवालिक अपार्टमेंट मखदूमपुरा के रूप में हुई है।

शनिवार को एडीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल ने पुलिस लाइन में इसका राजफाश किया। उन्होंने बताया कि 13 फरवरी को आदर्श नगर निवासी अजय कुमार परिवार के साथ घर से एक किलोमीटर दूरी पर ही हो रहे शादी समारोह में गए थे। उनकी आस्ट्रिया के वियना में रहने वाली एनआरआई बहन भी जालंधर आई हुई थी। कोठी सूनी देख हरप्रीत और तवलीन दीवार फांदकर उनके घर में घुसे और वहां आलमारी से तीन तोले सोने का कड़ा, पांच तोले की चार चूड़ियां, दो तोले की दो अंगूठियां, दो डायमंड टॉप्स, 20 हजार की नकदी और 1100 यूरो चोरी कर लिए। यूरो चोरी होने का पता चलने पर पुलिस ने मुखबिर नेटवर्क को अलर्ट कर दिया कि वो कहीं न कहीं से इन्हें भारतीय करंसी में बदलवाएंगे।

दोनों चोरों ने चोरी हुए माल को आपस में बांट लिया और फिर यूरो को बांटने के लिए भारतीय करंसी में बदलवाने की कोशिश शुरू कर दी। इस चक्कर में पुलिस के मुखबिर के ही जाल में फंस गए। एडीसीपी भंडाल ने कहा कि इस केस में जितना माल चोरी हुआ था, सब बरामद कर लिया गया है। सोना दोनों के घरों से बरामद हुआ। आरोपित हरप्रीत उर्फ सन्नी रोजाना शराब पीने का आदी है, जबकि तवलीन उर्फ स्माइल दूसरे नशे भी करता है। उसके खिलाफ पहले भी पर्चे दर्ज होने का पता चला है। जिसके बारे में पुलिस थानों से वेरीफाई कराया जा रहा है।

यूरो चेंज कर मिलने थे 87 हजार

पुलिस के मुताबिक चोरी के बाद सोने के गहने और नकदी तो दोनों ने आपस में बांट ली लेकिन यूरो का बंटवारा नहीं किया। दोनों विदेशी करंसी को भारतीय में तबदील करवाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक यूरो बदलवाने से उन्हें कुल 87 हजार रुपए मिलने थे क्योंकि इस वक्त एक यूरो की कीमत 87 रुपए के लगभग है। इसी वजह से उन्होंने पहले सोना नहीं बेचा और यूरो बदलकर पैसे खर्च करना चाहते थे।

ऑटो में करते थे रेकी

पुलिस के मुताबिक आरोपित हरप्रीत सिंह उर्फ सन्नी ऑटो चलाता है। इस वजह से वो दिन भर घूमता रहता है और शहर के उन इलाकों की तलाश करता है, जहां अच्छे घर बने हुए हों और कोई मेहमान बाहर से आया हो। यही नहीं कौन सी कोठी कब खाली रहती है? या उस पर बाहर से ताला लगा रहता है। आरोपित रोज शराब पीने का आदी था, जो ऑटो चलाने की कमाई से संभव नहीं था, इसलिए उसने तवलीन को साथ मिला चोरी करनी शुरू कर दी।

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