जालंधर में स्कूल खोलने पर अभिभावक राजी नहीं, प्रबंधकों ने भी उन्हीं पर छोड़ा फैसला

शिक्षा मंत्री ने स्कूलों को खोलने का सुनाया है। जालंधर में फैसला स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के गले से नहीं उतर रहा। स्कूल प्रबंधकों ने व्यवस्था करने अभिभावकों से बात करने व प्लानिंग करने के लिए जहां समय मांगा वहीं अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 07:13 AM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 07:13 AM (IST)
जालंधर में स्कूल खोलने पर अभिभावक राजी नहीं, प्रबंधकों ने भी उन्हीं पर छोड़ा फैसला
शिक्षा मंत्री का स्कूलों को खोलने का फैसला स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के गले से नहीं उतर रहा है।

जालंधर, जेएनएन। शिक्षा मंत्री की तरफ से स्कूलों को खोलने के लिए सुनाया गया। फैसला स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के गले से नहीं उतर रहा। बिना समय दिए और बिना उचित गाइडलाइंस के इस फैसले पर दोनों ने एतराज जताया है। स्कूल प्रबंधकों ने व्यवस्था करने, अभिभावकों से बात करने व प्लानिंग करने के लिए जहां समय मांगा वहीं अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया। अधिकतर अभिभावकों का कहना है कि जब तक कोरोना खत्म नहीं हो जाता या फिर वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक वे अपने बच्चों को मौत के मुंह में नहीं फेंक सकते। हालांकि पंजाब सरकार ने 9वीं व 12वीं कक्षाओं के लिए 15 अक्टूबर से ही स्कूल खोलने के आदेश दे दिए थे लेकिन 19 अक्टूबर कोई स्कूल नहीं खुला था।

गाइडलाइंस जारी होने के बाद सरकारी स्कूल तो खुले लेकिन प्राइवेट ने हाथ खड़े कर दिए। इसी बीच कुछ स्कूलों ने दसवीं व 12वीं की आफलाइन परीक्षाएं भी लीं। मौजूदा समय में शहर के टाप-20 और 80 फीसद प्राइवेट स्कूल नहीं खोले गए। स्कूलों का तर्क है कि अभिभावक बच्चों को भेजने के लिए तैयार ही नहीं है, ऐसे में वे स्कूल किसके लिए खोलेंगे। हालांकि सरकारी स्कूलों की स्थिति यहां ठीक है। मौजूदा समय में 40 फीसद बच्चे स्कूलों में पहुंच रहे है। उम्मीद है कि इस फैसले के बाद बच्चों की संख्या बढ़ेगी। उधर अभिभावकों का कहना है कि एक दिन में आदेश देने से बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा सकता। स्कूलों के हालात देखेंगे, उसके बाद भेजेंगे क्योंकि कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ।


एपीजे स्कूल : पहले अभिभावकों से बात करेंगे
हम स्कूल खोलने को लेकर तैयार है लेकिन एसओपी का इंतजार है। बच्चों को भेजने संबंधी अभिभावकों से बात करेंगे। अपनी ट्रांसपोर्टेशन शुरू करने में अभी समय लगेगा। फिलहाल अभिभावक खुद ही बच्चों को छोड़े और लेकर जाएं।
-गिरीश कुमार, प्रिंसिपल, एपीजे स्कूल महावीर मार्ग।

संस्कृति केएमवी : अभी नहीं खोलेंगें
अभी सिर्फ दसवीं और 12वीं के लिए स्कूल खुले है। बाकियों के लिए अभी नहीं खोलेंगे। दोनों कक्षाओं की आफलाइन परीक्षाएं करवा रहे है। हालात ठीक रहे तो उसके बाद नौवीं और आठवीं कक्षा को बुलाएंगे। इसी तरह  दो-दो कक्षाओं को बुलाएंगे।
-रचना मोगा, प्रिंसिपल संस्कृति केएमवी स्कूल।

इनोसेंट हाट्र्स : कसेंट के हिसाब से फैसला लेंगे
स्कूल खोलने के लिए हम तैयार हैं, मगर सरकार अपनी गाइडलाइंस तो जारी करे। अभिभावकों की कसेंट लेंगे और उसके बाद ही पता चलेगा कि कितने अभिभावक बच्चों को भेजने के लिए राजी हुए। इसके बाद ही सीङ्क्षटग अरेंजमेंट सहित बाकी के प्रबंध किए जाएंगे।
राजीव पालीवाल, प्रिंसिपल, इनोसेंट हाट्र्स।

नोबेल स्कूल : ट्रांसपोर्टेशन की गाइडलाइन भी जारी होनी चाहिए थी
कोविड की वजह से शिक्षा का बेहद नुकसान हुआ है, जो भरा नहीं जा सकता। आन द स्पाट स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं। सरकार को चाहिए कि पहले गाइडलाइंस तो जारी करे। अभिभावकों से कसेंट लेंगे, उसके बाद ही प्लानिंग होगी। हरेक अभिभावक के लिए बच्चों को स्कूल छोड़ पाना मुश्किल है, इसलिए ट्रांसपोर्टेशन सेवा के लिए भी गाइडलाइंस जारी होनी चाहिए।
-डा. ज्योति वर्मा, प्रिंसिपल नोबेल स्कूल।

पुलिस डीएवी : ज्यादा बच्चे आएंगे तभी खोलेंगे
ज्यादा अभिभावक बच्चों को भेजने के लिए राजी होते हैं तभी फैसला लिया जाएगा। बस सेवा शुरू करने के लिए भी गाइडलाइंस जारी करें, अगर किसी रूट पर कम बच्चे होंगे तो उनसे ज्यादा फीस स्कूल ले सकते हैं इस पर भी सरकार को कोई फैसला लेना चाहिए।
-डा. रश्मि विज, प्रिंसिपल पुलिस डीएवी स्कूल

सीटी एजुकेशन ग्रुप : स्कूल खोलने के लिए तैयार
स्कूल खोलने को लेकर पूरी तैयारी है। जैसे-जैसे अभिभावक रजामंदी जाहिर करते रहेंगे क्लासें लगाई जाएंगी। प्रत्येक विद्यार्थी के लिए स्कूल आने से पहले कोविड टेस्ट अनिवार्य किया जाएगा ताकि संक्रमण से हर किसी को बचाया जा सके। ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा देने के लिए बसें पर्याप्त मात्रा में हैं। एक सीट पर एक ही विद्यार्थी को बैठाया जाएगा, मगर जिस रूट पर 10 फीसद से अधिक विद्यार्थी वहीं बसें चलेंगी। जहां संख्या कम होगी, वहां अभिभावकों को ही बच्चे स्कूल छोड़ने होंगे।
-मनबीर सिंह, एमडी सीटी एजुकेशन ग्रुप।

सेंट सोल्जर : 15 जनवरी से खोलेंगे सभी स्कूल
सेंट सोल्जर के सभी स्कूल 15 जनवरी से खोले जाएंगे। इसे लेकर पहले सारी बीङ्क्षल्डग में सैनिटाइजर का स्प्रे करवाया जाएगा। बसों की व्यवस्था की जाएगी। अभिभावकों से राय लेंगे। उसके हिसाब से क्लासों का सीटिंग अरेंजमेंट किया जाएगा। सरकार की हिदायतों का पालन होगा।
-अनिल चोपड़ा, चेयरमैन सेंट सोल्जर ग्रुप।

सरकार का आदेश तो आ गया पर गाइडलाइंस का इंतजार
सरकार का स्कूल खोलने को लेकर आदेश आ गया है लेकिन अभी तक उचित गाइडलाइंस (एसओपी) का इंतजार है। नौवीं से 12वीं की कक्षा के स्कूल खोलने के लिए भी आदेश बाद में आए थे। अब कल से अभिभावकों की कसेंट लेने के लिए भी भेजा जाएगा। उसके बाद सीटिंग अरेंजमेंट भी स्कूलों में करवा दिए जाएंगे। सरकार की गाइडलाइंस का पालन होगा।
-हरिंदरपाल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी, जालंधर।

इन एसओपीज का करना पड़ेगा पालन

-सभी स्कूल सुबह दस से शाम तीन बजे तक खुलेंगे। 18 अक्टूबर की एसओपी में तीन घंटे के लिए बोला गया था।
- बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। अभिभावकों की लिखित मंजूरी जरूरी होगी।
-आनलाइन कक्षाएं लगाने का आप्शन भी रहेगा।
- स्कूल के सभी स्टाफ सदस्यों को मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग जरूरी होगा।
- माता-पिता यह यकीनी बनाएंगे कि बच्चा मास्क पहनकर ही स्कूल आएं। दूसरों के साथ मास्क की अदला-बदली न करे।
- बच्चे सार्वजनिक स्थानों के संपर्क में आने से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनकर आएं।
- बच्चा अपनी पानी की बोतल साथ लेकर आएगा, टिफिन शेयर नहीं करेगा।
- बच्चा न किसी से कोई समान मांगेगा न ही कुछ देगा।
कोवा मोबाइल ऐप स्टाफ मेंबर्स के लिए अनिवार्य
-स्कूल में पैर से नल चलाने की व्यवस्था व पैर से इस्तेमाल होने वाले डस्टबिन जरूरी।
-हरेक स्कूल को किसी प्रकार के लक्ष्ण दिखने पर लोकल स्वास्थ टीम के साथ निरंतर संपर्क में रहना होगा।  
-होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए पहले सैनिटाइजेशन करवाई जाए।
- कक्षा में छह फीट की शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।
- स्कूल में अगर विद्याॢथयों की संख्या ज्यादा है तो प्रबंधक अपने स्तर पर दो शिफ्टों में कक्षाएं लगाने या वैकल्पिक दिन की व्यवस्था कर सकते हैं।

सरकारी स्कूलों ने भेजे बच्चों व अध्यापकों को मैसेज
सरकारी स्कूलों ने अपने विद्यार्थियों को वाट्सएप ग्रुपों के जरिए सात जनवरी से स्कूल खुलने की सूचना भेज दी। उन्होंने अध्यापकों को भी मैसेज भेज दिए हैं। इन मैसेज में वेबसाइट व टीवी चैनल पर चल रही खबर के स्क्रीनशाट भेजे गए। हालांकि देर रात तक एसओपी जारी नहीं हुई थी इसलिए आज स्कूलों में इस संबंधी बैठकर होगी और फैसले लिए जाएंगे।

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