गुरपर्व पर करतारपुर के गुरुद्वारों में उमड़ा आस्था का सैलाब, दिन भर चला शबद कीर्तन

प्रकाशोत्सव के संबंध में गुरुद्वारा बाबा बड़भाग सिंह जी में हजारों संगत के बीच विशाल निशान साहिब चढ़ाया गया। इस दौरान संगत द्वारा सतनाम वाहेगुरु का जाप कर रही थी। शुक्रवार को प्रकाशोत्सव को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं का करतारपुर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 04:27 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 04:27 PM (IST)
गुरपर्व पर करतारपुर के गुरुद्वारों में उमड़ा आस्था का सैलाब, दिन भर चला शबद कीर्तन
गुरुद्वारा बाबा वडभाग सिंह जी में हजारों की संख्या में मौजूद संगत के वीच विशाल निशान साहिब चढ़ाया गया।

संवाद सहयोगी, करतारपुर (जालंधर)। प्रथम पातशाही गुरु श्री गुरु नानक देव महाराज का 552वां प्रकाशोत्सव करतारपुर में बड़ी श्रद्धा से मनाया गया। इस दौरान दूर-दूर से आई संगत ने गुरुद्वारा पांचवी, छठी पातशाही गंगसर साहिब, गुरुद्वारा थम जी साहिब, गुरुद्वारा माता गुजरी जी, गुरुद्वारा बाबा बड़भाग सिंह जी में जाकर गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे नतमस्तक होकर आशीर्वाद हासिल किया।

प्रकाशोत्सव के संबंध में गुरुद्वारा बाबा बड़भाग सिंह जी में हजारों संगत के बीच विशाल निशान साहिब चढ़ाया गया। इस दौरान संगत द्वारा सतनाम वाहेगुरु का जाप कर रही थी। शुक्रवार को प्रकाशोत्सव को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं का करतारपुर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारों में जाकर आशीर्वाद हासिल किया। साथ ही तालाब में स्नान भी किया।

वहीं, गुरुद्वारा साहिब में सुबह से ही कीर्तन का दौर शुरू हो गया। इस दौरान धार्मिक दीवान सजाए गए। इस दौरान रागी जत्थों ने शबद गायन करके संगत को निहाल कर दिया। श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को लेकर गुरुद्वारों की खूबसूरत रंग-बिरंगी लाइटों से सजावट श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही। इससे पहले, प्रकाशोत्सव को लेकर संगत वीरवार शाम को ही गुरुओं की नगरी करतारपुर में पहुंच गई थी। इस दौरान उन्होंने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट परिषद एवं अन्य स्थानों पर बैठकर सारी रात गुरु महिमा का गुणगान किया। संगत के लिए वीरवार से ही लंगर का दौर जारी है। 

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