Mid-day Meal: जालंधर के सरकारी और एडिड स्कूलों को 802 मीट्रिक टन अनाज होगा सप्लाई

जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंटरी रामपाल ने कहा कि अनाज स्कूलों की तरफ से प्रत्येक प्राइमरी के विद्यार्थी को हर दिन के हिसाब से 100 ग्राम और अपर प्राइमरी के विद्यार्थी को 150 ग्राम दिया जाएगा। यह अनाज पनसप की ओर से इसी महीने सप्लाई किया जाना है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 04:38 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 04:38 PM (IST)
Mid-day Meal: जालंधर के सरकारी और एडिड स्कूलों को 802 मीट्रिक टन अनाज होगा सप्लाई
सरकारी और एडिड स्कूलों को 2021-22 की दूसरी तिमाही में 802 मीट्रिक टन अनाज बांटा जाएगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर। मिड-डे मील योजना में सरकारी और एडिड स्कूलों को 2021-22 की दूसरी तिमाही में 802 मीट्रिक टन अनाज बांटा जाएगा। यह अनाज पंजाब सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड (पनसप) की ओर से इसी महीने सप्लाई किया जाना है। यह जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंटरी रामपाल ने दी। उन्होंने कहा कि अनाज स्कूलों की तरफ से प्रत्येक प्राइमरी के विद्यार्थी को हर दिन के हिसाब से 100 ग्राम और अपर प्राइमरी के विद्यार्थी को 150 ग्राम दिया जाएगा।

स्कूलों के हिसाब से एलोकेशन और सप्लाई शेड्यूल बीपीईओ दफ्तर की तरफ से सप्लाई से एक दिन पहले वाट्सअप ग्रुप पर जारी किया जाएगा। कोविड -19 कारण स्कूलों में विद्यार्थियों को मील नहीं परोसा जा रहा। बता दें कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत ही मिड-डे मील नियमों के तहत पहली से आठवीं कक्षा के हर विद्यार्थी को दोपहर का खाना यानी कि मिड-डे मील दिया जाता है। इसमें यह खाना केवल उन्हीं विद्यार्थियों को दिया जाता था जो स्कूल आते हैं, क्योंकि उसी हिसाब से स्कूल मुखियों को डाटा अपडेट करके रिपोर्ट करनी होती है।

कोविड-19 की वजह से स्कूल बंद होने की सूरत में बीते वर्ष की तरह जुलाई से सितंबर 2021 का अनाज गेहूं और चावल स्कूल मैनेजमेंट कमेटियां व स्कूल प्रमुखों की तरफ से सील बंद पैकटों को विद्यार्थियों के घर पर वर्किंग डे में दिया गया था। ऐसे में अब एक बार फिर से उसी तरीके से अपनाते हुए बच्चों के घर-घर सील बंद पैकेट वितरित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी, जब तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल नहीं खुल जाते। स्कूल आने पर उन्हें मील स्कूलों में ही बनाकर खिलाया जाएगा। हाल में स्कूल में दाखिल हुए सभी विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से अनाज के पैकेट बांटने हैं। 

chat bot
आपका साथी