जालंधर में डीएवी स्कूलों के अध्यापकों के लिए करवाया गया आनलाइन कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम

डीएवी अध्यापकों के लिए आनलाइन कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आन आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में क्लासरूम को दिलचस्प बनाने के लिए गाइडलाइंस दी गईं। रिसोर्स पर्सन प्रिंसिपल डा. रश्मि विज ने आनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी को गाइडेंस दी।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 02:55 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 02:55 PM (IST)
जालंधर में डीएवी स्कूलों के अध्यापकों के लिए करवाया गया आनलाइन कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम
जालंधर जोन के सात स्कूलों के डीएवी अध्यापकों के लिए आनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन हुआ।

जालंधर, जेएनएन। डीएवी सीएई के अंतर्गत जालंधर जोन के सात स्कूलों के डीएवी अध्यापकों के लिए आनलाइन कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आन आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग का आयोजन हुआ। रिसोर्स पर्सन एआरओ प्रिंसिपल डा. रश्मि विज ने आनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी को गाइडेंस दी। इस अवसर पर क्लस्टर हैड प्रिंसिपल योगेश गंभीर, अन्य डीएवी स्कूलों के प्रिंसीपल और सभी विषयों के अध्यापक उपस्थित थे।

रिसोर्स पर्सन डा. रश्मि विज ने ट्रेनिंग प्रोग्राम में काम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन को फोकस कर सभी विषयों को आर्ट के साथ जोड़ने की ट्रेनिंग दी। आर्ट क्या है और आर्ट इंटीग्रेटेड एक्टिविटी क्या है, उनका अंतर बताया। इसके साथ ही अपने क्लासरूम को दिलचस्प बनाने के लिए गाइडलाइंस दी।

गौर हो कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से विद्यार्थियों के अंदर देश की कला और सांस्कृतिक विरासत के प्रति अच्छी समझ और लगाव पैदा करने के लिए एक अनूठी पहल की है। जिसके तहत ही यह प्रोग्राम करवाए जाते हैं, ताकि अध्यापक अपनी क्लासरूम व पाठ्यक्रम को विद्यार्थियों की सूची के अनुसार बनाते हुए पड़ा है। ऐसे में अगर विद्यार्थियों की इंवॉल्वमेंट ज्यादा होगी तो उन्हें आसानी से और जल्द ही पाठ्यक्रम का ज्ञान भी हासिल होगा। अध्यापकों को पीपीटी के द्वारा आनलाइन ट्रेनिंग दी। इस पहल से बच्चों में देश की सांस्कृतिक विरासत और कला के बारे बेहतर समझ विकसित होगी। यह जानकारी सुपरवाइजर सिनी मल्होत्रा द्वारा दी गई। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में 650 अध्यापकों ने भाग लिया।

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