World Human Rights Day: जालंधर में सेंट सोल्जर के Students ने मानव अधिकारों को बताया अहम

जालंधर के सेंट सोल्जर ला कालेज में वीरवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार विषय पर वेबिनार आयोजित की गई। इसमें गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पालिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के रिटायर्ड हेड व प्रो. जगरूप सिंह सेखों मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने मानवाधिकारों के इतिहास पर प्रकाश डाला।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 04:56 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 04:56 PM (IST)
World Human Rights Day: जालंधर में सेंट सोल्जर के Students ने मानव अधिकारों को बताया अहम
जालंधर के सेंट सोल्जर ला कालेज में विश्व मानवाधिकार दिवस मनाते हुए स्टूडेंट्स। (जागरण)

जालंधर, जेएनएन। शहर के सेंट सोल्जर ला कालेज में वीरवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार विषय पर वेबिनार में चर्चा करके इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स डे मनाया गया। इसमें गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पालिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के रिटायर्ड हेड व प्रो. जगरूप सिंह सेखों मुख्य वक्ता रहे। कालेज डायरेक्टर डा. सुभाष शर्मा ने छात्रों को बताया कि यूनाइटेड नेशंस में 10 दिसंबर, 1948 को मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अपनाया गया था।

उन्होंने किसान आंदोलन के हरियाणा सरकार की कार्रवाई की निंदा की। डा. शर्मा ने कहा कि विरोध करना लोकतंत्र में लोगो का हक है। आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों को भारत के संविधान में शामिल किया गया है। प्रो. जगरूप सिंह सेखों ने किसानों के आंदोलन से शुरू करके लोकतांत्रिक समाज के बुनियादी सिद्धांतों, मानव अधिकारों, अमेरिकी और फ्रेंच क्रांतियों का संक्षिप्त विवरण दिया। प्रो.सेखों ने कहा कि 1960 के दशक में फसल की कमी के कारण राजनीतिक उथल-पुथल हुई थी। आज किसान मुद्दों का गैर-निवारण फिर से देश की राजनीतिक अस्थिरता का कारण बन सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार से किसानों मुद्दे को लोकतांत्रिक और मानवीय तरीके से हल करने को कहा।

खालसा कॉलेज फार वुमन ने मनाया ह्यूमन राइट्स डे

जालंधर। लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन की तरफ से ह्यूमन राइट्स डे पर सेमिनार का आयोजन करवाया गया। 'तीयां ते फसला इक समान,  असीं दोहां ते वारीये जान', नाम से आयोजित इस सेमिनार में जतिंदर पन्नू और डॉ. परमिंदर सिंह देश भगत यादगार हॉल के ट्रस्टी ने मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की।

प्रिंसिपल डॉ. नवजोत ने कहा कि हमारी बेटी और हमारे खेत एक समान हैं। उन्होंने किसानों के विरोध का भी समर्थन किया और कहा कि हम शहीद ऊधम सिंह और शहीद भगत सिंह के वारिस हैं। किसान अपने हक की लड़ाई में मजबूती से खड़े हैं।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी