ASI को लात मारकर भागा पूर्व फौजी दिल्ली से गिरफ्तार, नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में था

हरप्रीत सिंह सिविल अस्पताल से फरार हो गया था। उस पर सवा माह पहले मध्य प्रदेश के पचमढ़ी (होशंगाबाद) के आर्मी कैंप से दो राइफलें चुराने का आरोप है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 17 Jan 2020 11:08 AM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 08:06 AM (IST)
ASI को लात मारकर भागा पूर्व फौजी दिल्ली से गिरफ्तार, नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में था
ASI को लात मारकर भागा पूर्व फौजी दिल्ली से गिरफ्तार, नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में था

होशियारपुर, जेएनएन। सरकारी अस्पताल होशियारपुर से 14 जनवरी को एएसआई बलदेव दत्त को धक्का मारकर भागे पूर्व फौजी हरप्रीत सिंह को होशियारपुर पुलिस ने दिल्ली से दबोच लिया है। शुक्रवार सुबह डीएसपी टांडा गुरप्रीत सिंह ने पुलिस पार्टी के साथ उसे उस समय दबोचा, जब वह कनाट प्लेस से पटना जाने की तैयारी में था। हरप्रीत को पुलिस होशियारपुर ले आई है। अब, उसके भागने के प्लान को जानने के लिए गहन पूछताछ की जाएगी। मालूम पड़ा है कि हरप्रीत के जेल में बंद साथी जगतार सिंह जग्गा ने उसे भगाने का खाका तैयार किया था। इसमें हरप्रीत के पिता हरबंस सिंह ने भी मदद की थी।

एसएसपी गौरव गर्ग ने हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी को सरकारी अस्पताल से भागने के बाद हरप्रीत ट्रेन से अमृतसर पहुंचा था। फिर, वहां से ट्रेन पकड़ कर वह दिल्ली चला गया था। दिल्ली पहुंचकर वह पटना जाने की तैयारी में था कि पुलिस पार्टी ने उसे दबोच लिया। एसएसपी ने स्वीकार किया कि हरप्रीत ने भागने की प्लानिंग जेल से ही की थी। सारी योजना जेल में बंद हरप्रीत के साथी जग्गा और अन्य कुछ दोस्तों ने बनाई थी। इसी के तहत चोट लगाकर वह सरकारी अस्पताल में दाखिल हो गया था। अस्पताल से बाहर भागने में हरप्रीत के पिता हरबंस सिंह ने भी मदद की थी।

खालिस्तानियों के संपर्क में था हरप्रीत

खालिस्तानियों के संपर्क में हरप्रीत के बाबत पूछने पर एसएसपी गर्ग ने कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। अभी हरप्रीत से पूछताछ की जानी है। मगर, सूत्रों की मानें तो हरप्रीत खालिस्तानी समर्थकों के संपर्क में था। वह नेपाल के रास्ते विदेश जाने की फिराक में था। इसी के लिए वह दिल्ली से पटना जाना चाहता था। पटना के बाद उसका अगल लक्ष्य नेपाल पहुंचना था। इसके बाद उसके विदेश पहुंचने का रास्ता साफ हो जाता। पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने तफ्तीश शुरु कर दी है।

स्टेशन से मिली थी अहम जानकारी

सूत्र बताते हैं कि रेलवे स्टेशन होशियारपुर से हरप्रीत के भागने का इनपुट मिला था। यहीं से पुलिस को शक हुआ था कि हरप्रीत ट्रेन से भागा है। उसी को आधार बनाते हुए पुलिस दिल्ली में उस तक पहुंच गई।

यह है सारा मामला

पांच दिसंबर 2018 को मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी होशंगाबाद के आर्मी ट्रेनिंग सेंटर से हरप्रीत सिंह ने अपने साथी जगतार सिंह जग्गा के साथ मिलकर दो राफइलें, बीस कारतूस चोरी कर लिए थे। परिवार पर करीबन 40 लाख रुपए कर्ज उतारने के लिए वह अपने साथियों के साथ टांडा के पास डकैती की योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से केंद्रीय जेल होशियारपुर में बंद था। हाथ में चोट लगाकर हरप्रीत 31 दिसंबर को सरकारी अस्पताल में दाखिल हुआ। पहली जनवरी को उसकी बाजू का आपरेशन किया गया था। अस्पताल से 14 जनवरी को फरार हो गया। तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।

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