थाने के मुंशी ने ही केबल ऑपरेटर को फंसाया एजेंट के जाल में!

जिस पुलिस पर गैरकानूनी काम करने वालों पर कार्रवाई का जिम्मा है वही लोगों को एजेंटों के जाल में फंसा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 12:24 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 12:24 AM (IST)
थाने के मुंशी ने ही केबल ऑपरेटर को फंसाया एजेंट के जाल में!
थाने के मुंशी ने ही केबल ऑपरेटर को फंसाया एजेंट के जाल में!

जागरण संवाददाता, जालंधर

जिस पुलिस पर गैरकानूनी काम करने वालों पर कार्रवाई का जिम्मा है, वही लोगों को एजेंटों के जाल में फंसा रहे हैं। ऐसा ही मामला हुआ शेखां बाजार में केबल का काम करने वाले जगदीप चंद्र के साथ। वह बुधवार को शिकायत लेकर आरटीए दफ्तर पहुंचे लेकिन समस्या हल नहीं हुई।

जगदीप ने कहा कि वो शेखां बाजार में केबल चलाते हैं। दो मई को वो घर से निकले लेकिन केबल वालों को मिला क‌र्फ्यू पास घर भूल गए। जेल चौक पर उन्हें पुलिस ने रोका तो उन्होंने केबल ऑपरेटर होने की बात कही। पुलिस नहीं मानी और मोटरसाइकिल साइड में लगवा पास लेने भेज दिया। जब वो पास लेकर लौटे तो मोटरसाइकिल वहां नहीं था। पुलिस ने उसे जब्त कर थाना दो भेज दिया। वो थाना दो पहुंचे और कहा कि उन्हें अपने कामकाज के लिए मोटरसाइकिल की जरूरत है तो वहां तैनात मुंशी ने उन्हें किसी सोनू का नंबर दिया कि वो आरटीए दफ्तर में काम करता है। उसने सोनू को फोन किया तो उसने जेपी नगर बुलाकर उनसे छह हजार रुपये ले लिए। इसके बाद न चालान भरा गया और न ही मोटरसाइकिल छूटा। वो फिर थाने पहुंचे तो कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बारे में जब उक्त सोनू से बात की गई तो उसने किश्तों में पैसे लौटाने की बात कही। जब उससे आरटीए दफ्तर में काम करने के बारे में पूछा गया तो उसने फोन काट दिया। स्पष्ट है कि थाने में तैनात पुलिस वालों ने भी एजेंटों से सेटिग कर रखी है, जिनके जरिए चालान काटने के बाद लोगों को लूटा जा रहा है।

इस बारे में थाना दो के मुंशी गुरदर्शन सिंह ने कहा कि केबल वाला परेशान था तो उन्होंने सोनू का नंबर दे दिया। वह तो भला करने के चक्कर में मारे गए। सोनू को पैसे देने के बारे में केबल ऑपरेटर ने उनसे नहीं पूछा था। अब सोनू उन्हें तीन हजार वापस दे गया है और बाकी भी कर लौटा देगा, जिसे वो केबल वाले को वापस कर देंगे।

- पूरे कागज के बाद भी चालान, रोया ट्रक चालक

लॉकडाउन की सख्ती की आड़ में अब जरूरी सेवाओं की आपूर्ति वाले भी पिसने लगे हैं। श्रीनगर से सेब व चैरी भरकर मोगा देने जा रहे गफूर अहमद ने कहा कि पुलिस ने उसे कपूरथला चौक पर रोक लिया। वहां सारे कागजात होने के बावजूद उसका चालान काटकर गाड़ी को बंद कर दिया। उन्होंने पुलिस को समझाने की भी कोशिश की कि सेब व चैरी खराब हो जाएंगे। इसके बाद वो सारे दस्तावेज लेकर आरटीए दफ्तर पहुंचे। जहां उसने रोते हुए अपने साथ पुलिस द्वारा ज्यादती किए जाने का आरोप लगाया। इसके बाद आठ हजार जुर्माना भरने पर ही उनकी गाड़ी छोड़ी गई।

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