गांव लौट रहे मजदूरों से डीसी बोले- आप हमारे मेहमान, हम करेंगे आपके रहने-खाने का इंतजाम

डीसी वरिंदर शर्मा ने घर लौट रहे मजदूरों से अपील की कि वह पंजाब छोड़कर न जाएं। प्रशासन उनके यहां रुकने व खाने का पुख्ता बंदोबस्त करेगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 10:34 AM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 06:10 PM (IST)
गांव लौट रहे मजदूरों से डीसी बोले- आप हमारे मेहमान, हम करेंगे आपके रहने-खाने का इंतजाम
गांव लौट रहे मजदूरों से डीसी बोले- आप हमारे मेहमान, हम करेंगे आपके रहने-खाने का इंतजाम

जालंधर, जेएनएन। फैक्ट्री बंद होने के बाद भूखों मरने के डर से पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों को जा रहे मजदूरों को देखकर सरकार की नींद खुल गई है। दैनिक जागरण की ओर से इस मामले को प्रमुखता से उठाने के बाद डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने सोमवार को मजदूरों के नाम वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने मजदूरों से अपील की कि वह पंजाब छोड़कर न जाएं। प्रशासन उनके यहां रुकने व खाने का पुख्ता बंदोबस्त करेगा। डीसी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हवाले से मजदूरों के नाम अपील भी जारी की। हिंदी में जारी इस आठ मिनट के संदेश में डीसी ने कहा कि अन्य राज्यों के मजदूरों से मकान मालिक किराया नहीं लेंगे और उनके बच्चों से भी स्कूल फीस नहीं लेने दी जाएगी। इसके लिए जल्द आदेश दिए जाएंगे।

वीडियो जारी कर कहा- मकान मालिक नहीं लेंगे किराया

घर लौट रहे मजदूरों को रोकने के लिए डीसी ने हिंदी में आठ मिनट का वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है - मैं वरिंदर शर्मा डीसी जालंधर सीएम का संदेश आपके लिए लेकर आया हूं। सीएम का मानना है कि आप लोग अन्य राज्यों से यहां आकर काम करते हैं जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। अब जब कोई बस या गाड़ी नहीं चल रही है और आप पैदल ही गांव को निकल रहे हैं तो ऐसा मत करें। आपको किसी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। मुझे पंजाब सरकार ने सख्त आदेश दिए हैं कि आपके लिए पूरे प्रबंध किए जाएं। मैं आपको मुख्यमंत्री का संदेश सुनाना चाहता हूं कि आपकी सुविधा के लिए सभी फैक्ट्रियों चलाने की इजाजत दे दी है। शर्त केवल इतनी है कि आपके लिए रहने, खाने और वाशरूम की व्यवस्था हो।

अगर फैक्ट्री नहीं चलती तो आपका वेतन नहीं रोका जाएगा। अगर फैक्ट्री वाला इस स्थिति में नहीं है तो आपकी देखरेख के लिए राशन दिया जाएगा। अगर फैक्ट्री का मालिक आश्रय न दे सके या आप कहीं दूर चले गए हैं तो कैंप बनाया जाएगा और उसमें खाने, रहने और सोने की व्यवस्था की जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री डेरा राधा स्वामी ब्यास की सहमति की बात कही है और डेरे मजदूरों के लिए खोल दिए गए हैं। आप से मेरी गुजारिश है कि अगर कोई दिक्कत है तो नजदीकी एसडीएम, डीएसपी, एसएचओ, लेबर इंस्पेक्टर या यूनियन नेताओं से मिलें। अगर आप किराये पर रहते हैं तो मकान मालिक इस महीने किराया नहीं लेगा। आपके बच्चों को अभी फीस देने की जरूरत नहीं, जब स्कूल खुलेंगे तभी फीस देनी होगी। आप हमारे मेहमान हैं और सरकार आप के साथ खड़ी है। अगर आप पैदल चलकर घर जाओगे तो बीमारी घर ले जाओगे। आप जहां हैं, वहीं रुक जाएं। मैं आपकी अच्छी सेहत की दुआ करता हूं। 

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