कोरोना और उपचार बना रहे मरीजों को ब्लड शुगर का शिकार

लोगों के लिए कोरोना जितना खतरनाक है इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली जीवन रक्षक दवाइयां ही मरीजों को ब्लड शुगर जैसी बीमारियों का शिकार बना रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 07:34 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 07:34 PM (IST)
कोरोना और उपचार बना रहे मरीजों को ब्लड शुगर का शिकार
कोरोना और उपचार बना रहे मरीजों को ब्लड शुगर का शिकार

जासं, जालंधर :लोगों के लिए कोरोना जितना खतरनाक है इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली जीवन रक्षक दवाइयां ही मरीजों को ब्लड शुगर जैसी बीमारियों का शिकार बना रही हैं। डाक्टर भी इस कड़वे सच को स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि, विश्व में रहने वाले भारतीयों में छह में से एक व्यक्ति ब्लड शुगर का शिकार है। वहीं कोरोना और इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की वजह से 25-30 फीसदी मरीज ब्लड शुगर की चपेट में आ रहे हैं।

पंजाब इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस (पिम्स) में कोरोना के मरीजों का इलाज करने वाले यूनिट के प्रभारी सेवानिवृत्त कर्नल डा. कुलबीर शर्मा भी मानते हैं कि कोरोना ब्लड शुगर के मरीजों की संख्या में इजाफा कर रहा है। डा. शर्मा कहते हैं कि कोरोना की वजह से पैनक्रियाज गड़बड़ा रहा है। इसकी वजह से मरीजों में ब्लड शुगर हाई होने लगा है। कोरोना के मरीजों को ठीक करने के लिए स्टीरायड्स की हाई डोज देनी पड़ रही है। इसकी डोज मरीज की मौजूदा हालत पर निर्भर करती है। इससे मरीज की जान तो बच रही है पर साथ ही उसे ब्लड शुगर की बीमारी भी लग रही है। अभी तक की स्टडी में कोरोना का इलाज चुके लोगों में 25-30 फीसदी ब्लड शुगर का शिकार हो चुके हैं। मरीजों का शुगर लेवल 400 पार हो जाता है। इनमें ऐसे मरीज भी शामिल हैं जिन्हें पहले शुगर था और कोरोना के इलाज के दौरान यह बात सामने आई। शुगर के मरीजों को कोरोना होने पर उनकी हालत ज्यादा खराब होती है।

शुगर के मरीजों का एक लेवल बढ़ा कर इलाज किया जाता है। नाममात्र मरीज हैं जिनकी शुगर कोरोना का इलाज खत्म होने के बाद समान्य आ जाता है। ज्यादातर मरीजों को जिदगी भर डाक्टर की सलाह के अनुसार शुगर कंट्रोल करने के लिए दवाइयों का सेवन व सावधानियां बरतनी पड़ती है।

फिट रहने के लिए इन बातों पर दें ध्यान

-डा. शर्मा के अनुसार मरीजों को रोजाना 40 मिनट सैर करना चाहिए।

-योग और मेडिटेशन करें।

-दिन में खाने को छह हिस्सों में बांट कर खाएं।

-मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करें।

-अत्याधिक पानी का सेवन करें।

-घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करने से बचें।

-पपीता और अमरूद जैसे फलों का सेवन करें।

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