कांग्रेसी सरेआम चौक पर मचाते रहे शोर, लेकिन केस उन पर.. जो रहे मौन

हाथरस घटना के विरोध में जालंधर कांग्रेस ने शहर के कंपनी बाग चौक में पुतला फूंक प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी भीड़ थी। लेकिन लुधियाना भाजपा आफिस में कांग्रेस नेताओं के हमले के खिलाफ अनुशासित ढंग से मौन धरना दे रहे भाजपा नेताओं पर केस दर्ज कर लिया गया।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 07 Oct 2020 09:28 AM (IST) Updated:Wed, 07 Oct 2020 09:28 AM (IST)
कांग्रेसी सरेआम चौक पर मचाते रहे शोर, लेकिन केस उन पर.. जो रहे मौन
भाजपा नेता इस बात को लेकर हैरान हैं कि उनके धरने पर पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है।

जालंधर, [जगजीत सिंह सुशांत]। महात्मा गांधी की जयंती पर भाजपा नेताओं ने कंपनी बाग चौक में गांधीजी की प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया था। यह धरना लुधियाना भाजपा आफिस में कांग्रेस नेताओं के हमले के खिलाफ था। धरने के आसपास पुलिस के गुप्तचर विभाग के मुलाजिम भी लगातार नजर बनाए हुए थे। इस धरने के समानांतर कांग्रेस ने हाथरस घटना के विरोध में कंपनी बाग चौक में पुतला फूंक प्रदर्शन किया। कांग्रेस के प्रदर्शन में भी काफी भीड़ थी और इस कारण विधायक बावा हैनरी और मेयर जगदीश राज राजा ने प्रदर्शनकारियों से दूरी बना कर ही रखी थी। इस बीच 'खेल' हो गया। अब भाजपा नेता इस बात को लेकर हैरान हैं कि उनके धरने पर पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है, जबकि कांग्रेसी सरेआम चौक पर शोर मचाते रहे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा का धरना काफी अनुशासित था, लेकिन यहां बात तो सत्ता की है।

चौधरी की अनदेखी, अनुशासनहीनता भी

महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्टूबर को कंपनी बाग में माल्यार्पण प्रोग्राम और उसके बाद हाथरस घटना के विरोध में कंपनी बाग चौक में भाजपा के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन में अनदेखी से सांसद चौधरी संतोख सिंह नाराज हो गए हैं। सांसद जब कंपनी बाग पहुंचे तो विधायक राजिंदर बेरी, मेयर जगदीश राज राजा और अन्य वरिष्ठ नेता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर चुके थे। सांसद का किसी ने इंतजार करना मुनासिब नहीं समझा। चौधरी संतोख सिंह के साथ कोई भी वरिष्ठ नेता माल्यार्पण करने के लिए प्रतिमा तक नहीं गया। इस कारण दो-तीन कार्यकर्ताओं के साथ ही सांसद को औपचारिकता पूरी करनी पड़ी। इसके बाद जब कंपनी बाग चौक में पुतला फूंक प्रदर्शन शुरू हुआ तो कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता के कारण सांसद चौधरी से भी धक्का-मुक्की हो गई। इससे नाराज होकर वह तुरंत मौके से निकल गए। अनुशासनहीनता को लेकर विधायक बावा हैनरी भी नाराज दिखे।

देहात में नाराज, शहर में खुश इंचार्ज

पिछले दिनों जालंधर देहात में यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में सीमित संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हुए। इसे देख यूथ कांग्रेस पंजाब के इंचार्ज बंटी शेल्के नाराज हो गए। इतना ही नहीं, आदमपुर में किसानों के हक में रखी गई इस रैली में बंटी शेल्के ने मौके पर ही युवा नेताओं से नाराजगी जताई और जालंधर वापस लौट आए। फिर क्या था, यूथ कांग्रेस देहात के प्रधान हनी जोशी ने भी इधर-उधर फोन घुमाकर कार्यकर्ताओं को इकट्ठा किया और जब भीड़ इकट्ठी हो गई तो बंटी को दोबारा आदमपुर आने की अपील की। पहले तो शेल्के माने नहीं, लेकिन बार-बार अपील के बाद वे दोपहर को होने वाले प्रोग्राम में देर से शामिल हुए। दूसरी तरफ यूथ कांग्रेस के शहरी यूनिट के प्रोग्राम में जब बंटी शामिल हुए तो वहां ठीक ठाक भीड़ थी। उन्होंने इस प्रोग्राम को सराहा। कुल मिलाकर देहात यूनिट से मिली नाराजगी शहरी यूनिट में दूर हो गई।

शिअद में अब प्रधानगी की लड़ाई

भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन टूटने की घोषणा के बाद शिरोमणि अकाली दल में बदलाव का दौर शुरू हो चुका है। पार्टी को तेज तर्रार नेताओं की जरूरत है, ऐसे में पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया प्रधानगी के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। दरअसल, मौजूदा प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण ठंडे स्वभाव के माने जाते हैं और पार्टी की खराब स्थिति को देखते हुए आक्रामक प्रधान की जरूरत मानी जा रही है। बीते दिनों कमलजीत सिंह भाटिया द्वारा सांसद चौधरी संतोख सिंह के घर में घुसकर धरना देना और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल के किसान मार्च के दौरान उन तक पहुंचते समय सुरक्षाकॢमयों से झड़प भी इसी कोशिश का हिस्सा माने जा रहे हैं। हालांकि ये बात भी छिपी नहीं है कि भाटिया का सरबजीत मक्कड़ समेत कई वरिष्ठ नेताओं से टकराव है, लेकिन वे मक्कड़ विरोधियों को साथ लेने में काफी हद तक सफल भी रहे हैं।

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