जालंधर में 'सुरक्षित बचपन दिवस' के रूप में मनाया नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का जन्मदिन

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन को सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया। लुधियाना में टीम नव चेतना ने सुरक्षित बचपन दिवस पर लड़कियों के लिए लोहड़ी कार्यक्रम आयोजित करके जरूरतमंद बच्चों को साइकिल वितरित किए।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 12:49 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 12:49 PM (IST)
जालंधर में 'सुरक्षित बचपन दिवस' के रूप में मनाया नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का जन्मदिन
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन को सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया।

जालंधर, जेएनएन। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन को प्रदेश भर में सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया है। इस मौके पर देश भर में बाल अधिकारों के लिए कार्यरत सामाजिक संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर बच्चों के साथ केक काटा, बाल श्रमिक मुक्त कराए व अन्य जागरूकता कार्यक्रम किए। बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य संयोजक दिनेश कुमार ने बताया कि 11 जनवरी हमारे लिए और पूरी दुनिया के बाल अधिकार आंदोलनों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है। यह नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी का जन्मदिन है।

इस मौके पर दिनेश कुमार ने बताया कि पंजाब के लुधियाना में टीम नव चेतना ने बचपन बचाओ आंदोलन के साथ सुरक्षित बचपन दिवस पर लड़कियों की लोहड़ी कार्यक्रम आयोजित कर जरूरतमंद बच्चों को साइकिल वितरित किए। जालंधर में सुरक्षित बचपन दिवस पर "रविदास टाइगर फोर्स" की ओर से 25 क्विंटल फल-फ्रूट सिंधु बार्डर पर किसानों के साथ डटे बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं के लिए भेजा गया।

रविदास टाइगर फोर्स के प्रधान जस्सी तलहन ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए रविदास टाइगर फोर्स किसी भी हद तक जाकर काम कर सकती है। जालंधर में ही जालंधर वेलफेयर सोसायटी के प्रधान सुरिंदर सैनी ने स्लम इलाके के बच्चों को चाकलेट आदि बांटी। तरनतारन के सिविल अस्पताल में डीसी ने बच्चियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षित बचपन दिवस पर सखी वन स्टाप सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विधायक डा. अग्निहोत्री के अलावा सभी एसडीएम व सीडीपीओ के साथ-साथ बचपन बचाओ आंदोलन के वालंटियर मौजूद थे।

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