बाल तस्करी: बिहार की एसआईआर शनिवार को भी नहीं पहुंची जालंधर, परिजनों का इंतजार कर रहे 13 बच्चे

जालंधर में बिहार से बच्चों को लाकर बेचने के मामले में 13 बच्चों को अभी भी परिजनों से मिलने का इंतजार है। सभी बच्चे राजपुर में रह रहे हैं। इन बच्चों की बिहार से सोशल इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट (एसआईआर) बनकर नहीं आई और बच्चों के परिजन अभी नहीं आए हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 02 Jan 2021 11:39 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jan 2021 11:39 AM (IST)
बाल तस्करी: बिहार की एसआईआर शनिवार को भी नहीं पहुंची जालंधर, परिजनों का इंतजार कर रहे 13 बच्चे
जालंधर से बरामद चालीस बच्चों में से 27 बच्चे अपने मां बाप के पास पहुंच गए हैं।

जालंधर, जेएनएन। बिहार से जालंधर में लाकर बच्चों को बेचने का मामला लंबा होता जा रहा है। इस मामले में जालंधर से बरामद चालीस बच्चों में से 27 बच्चे तो अपने मां बाप के पास पहुंच गए थे लेकिन बाकी बचे 13 बच्चे, जो राजपुरा में रह रहे हैं, उनकी बिहार से सोशल इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट (एसआईआर) बनकर नहीं आई और जालंधर में बच्चों के परिजन अभी नहीं आए हैं, जिसके चलते यहां पर भी उनकी सोशल इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट नहीं बन सकी है। परिजनों के तो सोमवार को आने की उम्मीद है लेकिन एसआईआर शुक्रवार शनिवार तक आने की उम्मीद थी। शुक्रवार को भी एसआईआर नहीं आई और शनिवार सुबह भी नहीं आई थी।

जालंधर के अधिकारियों ने इस संबंध में बिहार के अधिकारियों से बातचीत की है और सोमवार तक उनकी एसआईआर रिपोर्ट आने की बात कही है और उसी दिन बच्चों के परिजन भी आ सकते हैं। उधर, फरार चल रहे मुख्य आरोपित प्रवेश सदा की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। बिहार में गिरफ्तार मन्नू को पुलिस ने जेल भेज दिया है और उसकी निशानदेही पर प्रवेश के कई रिश्तेदारों के घरों पर भी पुलिस ने छापेमारी की लेकिन सभी फरार निकले।

बिहार पुलिस का आरोप- जालंधर पुलिस नहीं कर रही सहयोग

वहीं बिहार पुलिस ने आपत्ति जताई है कि जालंधर पुलिस उनके साथ कोई सहयोग नहीं कर रही और न ही सहयोग मांग रही है। उनका कहना था कि जालंधर पुलिस को मन्नू को प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए भी नहीं पहुंची। एसीपी बिमलकांत ने बताया कि इस मामले में मन्नू प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए अदालत में अर्जी दायर की जाएगी। वहीं आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह था मामला

बीते दिनों बिहार के खगड़िया के मोहन सदा ने बचपन बचाओ आंदोलन संस्था को शिकायत की थी कि उसके बेटे को प्रवेश सदा नाम के व्यक्ति ने जालंधर लाकर बेचा है। इस मामले में प्रवेश सदा के खिलाफ पर्चा दर्ज हो गया था। आरोपित ने पीड़ित को अपने किसी साथी से फोन करवा के उसका बेटा लौटाने की बात कही थी। कुछ दिन पहले, बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की अगुआई में पुलिस ने गांव फोल्ड़ीवाल के पास एक फार्म हाउस में काम कर रहे 40 बच्चों को मुक्त करवाया था। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ था कि बच्चों को बिहार से लाकर जालंधर में बेचा गया था। अब तक की पुलिस जांच में सामने आया था कि प्रवेश बिहार से लाए बच्चों को अन्य शहरों में भी बेचता था। वह बच्चों को तंग कमरे में रखकर उन्हें यातनाएं भी देता था।

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