विजिलेंस रेड की अफवाह से खाली हुआ आरटीए दफ्तर, एजेंटों के साथ क्लर्क भी कुर्सी से गायब

छापामारी के डर के कारण निचले स्तर के ज्यादातर मुलाजिम अपनी सीटों पर नहीं बैठे। इस वजह से यहां काम कराने आने वाले लोगों को क्लर्कों को ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 02:08 PM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 05:37 PM (IST)
विजिलेंस रेड की अफवाह से खाली हुआ आरटीए दफ्तर, एजेंटों के साथ क्लर्क भी कुर्सी से गायब
विजिलेंस रेड की अफवाह से खाली हुआ आरटीए दफ्तर, एजेंटों के साथ क्लर्क भी कुर्सी से गायब

जालंधर, जेएनएन। जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स स्थित रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी यानी आरटीए के दफ्तर में वीरवार को विजिलेंस रेड होने की अफवाह उड़ने से पूरा दफ्तर खाली हो गया। यहां काम करने वाले प्राइवेट एजेंटों के साथ क्लर्क भी अपनी सीटों पर नजर नहीं आए।  हालांकि इस दौरान आरटीए की सेक्रेटरी डॉ. नयन जस्सल अपने दफ्तर में ही मौजूद रहीं। छापामारी के डर के कारण निचले स्तर के ज्यादातर मुलाजिम अपनी सीटों पर नहीं बैठे।

इस वजह से यहां काम कराने आने वाले लोगों को क्लर्कों को ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। क्लर्क अपनी सीटों के बजाय आस-पास खड़े थे ताकि अगर विजिलेंस की रेड हो भी जाए तो वे वहीं से गायब हो सकें। दूसरी ओर, दोपहर तक विजिलेंस की तरफ से संबंधी कोई छापामारी आरटीओ दफ्तर में नहीं की गई। फिर भी, दफ्तर में अफरा-तफरी मची है।

जालंधर के आरटीए ऑफिस में विजिलेंस की रेड की अफवाह के बाद खाली पड़ी कुर्सियां।

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