डॉक्टरों व विधायक भंडारी में तनातनी

संवाद सहयोगी, जालंधर : बीते दिनों जौहल अस्पताल में प्लेटिलेट्स कम होने पर आए मरीज समाउद्दीन को ईएसआइ

By Edited By: Publish:Sat, 22 Oct 2016 01:02 AM (IST) Updated:Sat, 22 Oct 2016 01:02 AM (IST)
डॉक्टरों व विधायक भंडारी में तनातनी

संवाद सहयोगी, जालंधर : बीते दिनों जौहल अस्पताल में प्लेटिलेट्स कम होने पर आए मरीज समाउद्दीन को ईएसआइ अस्पताल में रेफर करने के बाद हुए विवाद को लेकर शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरना दिया। डॉक्टरों का आरोप था कि पुलिस ने विवाद भड़काने वाले नेता कश्मीर सिंह घुगशोर पर गैर जमानती धाराएं लगाकर उसे राहत दी है। इस मौके पर डॉक्टर काले झंडे लेकर करीब दो घंटे प्रदर्शन करते रहे।

धरने के दौरान डॉक्टरों के भाषण में पीएम सीएम, विधायक, पुलिस कमिश्नर के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल होने पर मौके पर पहुंचे विधायक केडी भंडारी और डॉक्टरों के बीच तीखी झड़प भी हुई। डॉ. बलबीर सिंह भौरा ने अपने भाषण में कहा क पुलिस डाक्टरां दी सुनवाई नहीं कर रई ए। भावें पीएम होवे, सीएम होवे, विधायक होवे या कमिश्नर होवे, सारेंयां ने मरनां ता अस्पताल च ई ए। इस दौरान जब पुलिस कमिश्नर अर्पित शुक्ला आ गए तो विधायक केडी भंडारी ने सभी को उनसे बात करने के लिए कहा। ऐसे में डॉ. बलबीर सिंह भौरा फिर से बोले कमिश्नर पैलां साडी गल्ल खत्म होन का इंतजार करन। ऐसे में विधायक भंडारी एक दम से तल्ख हो उठे। उन्होंने कहा कि किसे नूं वी किसे दे खलाफ बोलन दी लोड नई, पीएम सीएम नूं आपने मामले च न लयाओ, ते आ नौटंकी बंद करो। मैं तुहाडे सारेयां लई आया हां पर तुसीं गलत कर रए ओ।

पुलिस कमिश्नर अर्पित शुक्ला ने भी अपनी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि विवाद वाले दिन ही सभी पर मामला दर्ज कर दिया गया था। यदि किसी को आपत्ति थी तो वह उनसे बात कर सकते थे। धारा लगाने में एसएचओ से गलती भी हो सकती है लेकिन उसे ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मेडिकल एक्ट भी लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मारपीट करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। विधायक भंडारी और सीपी शुक्ला का आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टरों ने धरना खत्म कर दिया।

डॉक्टरों का पैनल सीपी से तालमेल रखेगा

आइएमए प्रधान डॉ. रमन गुप्ता ने बताया कि डाक्टरों का एक पांच सदस्यीय पैनल बनाया गया है, जो पुलिस कमिश्नर के साथ इस मामले में तालमेल रखेगा। धरने में उनके अलावा डॉ. कपिल गुप्ता, डॉ. एसपीएस ग्रोवर, डॉ. सुषमा चावला, डॉ. नवजोत दहिया, डॉ. विजय महाजन, डॉ. शबनम शर्मा, डॉ. दमनजीत कौर, डॉ. स्वप्न सूद, डॉ. रघुविंदर सिंह, डॉ. राजीव सूद, डॉ. राजेश विग, डॉ. रमन गुप्ता, डॉ. पुनीत पसरीचा, डॉ. राकेश विग, डॉ. पवन गुप्ता, डॉ. अनिरुद्ध कपूर सहित अन्य डाक्टर मौजूद थे।

यह है मामला : मंगलवार सुबह समाउद्दीन नाम के एक मरीज को प्लेटिलेट्स कम होने पर ईएसआइ अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। उसका बुखार तेज होने व प्लेटलेट्स और कम होने पर जौहल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जौहल अस्पताल के डॉ. बीएस जौहल का कहना था कि जिस समय समाउद्दीन उनके पास आया था, उसके प्लेटिलेट्स 7 हजार थे। किट चढ़ाने पर 48 हजार तक पहुंच गए। मरीज के परिजनों को बार-बार डोनर लाने के लिए कहा गया था लेकिन कोई नहीं आया तो मरीज को बचाने के लिए ईएसआइ अस्पताल में भेज दिया गया। वहीं, मरीज के परिजनों का आरोप था कि उन्हें बिना बताए ही समाउद्दीन को रेफर किया गया है। ऐसे में विवाद हो गया और परिजनों ने अस्पताल से सिक्योरिटी इंचार्ज त्रिलोचन सिंह को मारपीट कर लहुलुहान कर दिया। इसके बाद डॉक्टरों का एक शिष्टमंडल पुलिस कमिश्नर से मिला था। जिसके बाद पर पुलिस ने पेंडू यूनियन के प्रधान कश्मीर सिंह घुग्शोर सहित अन्य लोगों पर मामला दर्ज कर लिया था।

डॉक्टरों से विवाद गलत : जूनियर हैनरी

पुलिस कमिश्नर के घर के बाहर डॉक्टरों के प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद को पूर्व मंत्री व कांग्रेसी नेता अवतार हैनरी के बेटे जूनियर हैनरी ने गलत बताया है। उनका कहना था कि डॉक्टर धरती पर भगवान के समान हैं। उनके साथ विवाद करना गलत है। उन्होंने कहा कि डाक्टर सारे शहर में बीमारियों से लड़ रहे हैं और विधायक केडी भंडारी उनके साथ अपशब्द बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के साथ गलत बोलने की बजाए उनका साथ दिया जाना चाहिए।

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