दूध, इससे बनने वाले पदार्थ, गुड़ व शक्कर के सैंपल लिए
शुद्ध व मानक खाने-पीने वाले पदार्थों की उपलब्धता को यकीनी बनाने की वचनबद्धता को दोहराते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लखवीर सिंह ने वीरवार को अलग-अलग स्थानों से दूध इससे बनने वाले पदार्थ गुड़ व शक्कर के 10 सैंपल लिए। यह फूड व ड्रग टेस्टिंग लैबोरेट्री खरड़ भेजे जा रहे हैं।
जागरण टीम, होशियारपुर : शुद्ध व मानक खाने-पीने वाले पदार्थों की उपलब्धता को यकीनी बनाने की वचनबद्धता को दोहराते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लखवीर सिंह ने वीरवार को अलग-अलग स्थानों से दूध, इससे बनने वाले पदार्थ, गुड़ व शक्कर के 10 सैंपल लिए। यह फूड व ड्रग टेस्टिंग लैबोरेट्री खरड़ भेजे जा रहे हैं।
डा. लखवीर सिंह ने बताया कि टीम के सदस्यों सहित गांव अज्जोवाल स्थित वेरका मिल्क प्लांट व होशियारपुर-दसूहा रोड स्थित अलग-अलग बेलनों से सैंपल लिए। वेरका मिल्क प्लांट से दूध व इससे बनने वाले पदार्थों के चार सैंपल लिए गए जबकि दसूहा रोड पर स्थित बेलनों से छह सैंपल गुड़ व शक्कर के लिए गए। इनकी रिपोर्ट तीन सप्ताह तक आ जाएगी। सैंपलिग का उद्देश्य लोगों में किसी किस्म का खौफ पैदा करना नहीं, बल्कि शुद्ध खाने-पीने के प्रति जागरूक करना है। मिलावटखोरी करने वालों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा। जिले में खाने-पीने वाली वस्तुएं बनाने व बेचने वालों को फूड सेफ्टी व स्टेंडर्ड एक्ट-2006 का पालन यकीनी बनाने के निर्देश देते हुए डा. लखवीर सिंह ने रेहड़ियां लगाने वालों को रजिस्ट्रेशन करवाने का आह्वान किया। उन्होंने खाने-पीने वाले पदार्थ बनाने व बेचने वालों को अपील की कि स्वास्थ्य संकट व जनहित के मद्देनजर शुद्ध व मानक रहित खाना लोगों तक पहुंचाएं ताकि मिशन तंदुरुस्त पंजाब को पूरी तरह सफल बनाया जा सके। इस बात पर जोर दिया कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए खाने-पीने वाली दुकानें, रेहडि़यां, ढाबों, स्वीट शाप पर साफ-सफाई अत्यंत जरूरी है। मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान को आने वाले दिनों में तेज करने का कहते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जन सहयोग की अपील की।