लोगों को नहीं मिल रही शुद्ध मिठाई, सेहत विभाग भी उदासीन

हजारी लाल होशियारपुर राज्य सरकार ने लोगों को शुद्ध व गुणवत्ता से भरपूर मिठाई उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मिठाई के डिब्बे पर एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 05:14 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 05:14 PM (IST)
लोगों को नहीं मिल रही शुद्ध मिठाई, सेहत विभाग भी उदासीन
लोगों को नहीं मिल रही शुद्ध मिठाई, सेहत विभाग भी उदासीन

हजारी लाल, होशियारपुर

राज्य सरकार ने लोगों को शुद्ध व गुणवत्ता से भरपूर मिठाई उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मिठाई के डिब्बे पर एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि त्योहारों के सीजन में मिठाई विक्रेता बड़ी मात्रा में मिठाइयां बनाकर स्टोर कर लेते हैं और उसे महीनों तक बेचते रहते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी मिठाइयां खाकर लोग खुद के लिए बीमारी खरीदते हैं। इससे बचने के लिए सरकार ने पहली अक्टूबर से मिठाई के डिब्बे पर एक्सपायरी डेट करना अनिवार्य कर दिया है। दूसरी ओर अधिकांश मिठाइयों की दुकानों पर डिब्बे पर अभी तक नियमों का पालन नहीं देखा जा रहा है।

दैनिक जागरण की ओर से शहर की आम से लेकर नामी मिठाई की दुकानों का दौरा किया गया। मिठाइयों के डिब्बे को देखा गया कि उस पर एक्सपायरी डेट लिखी है या नहीं। हैरानीजनक पहलू यह सामने आया कि मिठाई विक्रेता इस आदेश को लेकर गंभीर नहीं हैं, क्योंकि मिठाई विक्रेताओं को मालूम है कि ऐसा करने से उनका बहुत घाटा होगा। हैरानी इस बात की भी है कि लोगों की सुरक्षा का बीड़ा उठाने वाला स्वास्थ्य विभाग भी कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। यह कहना गलत नहीं होगा कि स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता से लोगों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। इस सारे खेल के पीछे स्वास्थ्य विभाग की स्वार्थी नीति भी छिपी नजर आती है। -----------------------

दुकानदारों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई : डीएचओ स्वास्थ्य अधिकारी सुरिदर सिंह ने कहा कि आदेशों के मुताबिक पहली अक्टूबर से मिठाई के डिब्बे पर एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य है। ऐसा न करने वाले मिठाई विक्रेता आदेशों का उल्लंघन कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चेकिग शुरू की जाएगी, जो नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।

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मिठाई के दाम में तोल दिए जाते हैं डिब्बे, यहां भी चोर बाजारी तहकीकात के दौरान यह भी मालूम पड़ा है कि अधिकांश दुकानदार मिठाई के साथ डिब्बे भी तोल देते हैं जबकि मिठाई तोलने के बाद उसे डिब्बे में भरना चाहिए। ऐसे में अगर मिठाई 500 रुपये किलोग्राम है तो डिब्बा भी पांच सौ रुपये किलोग्राम में ही पड़ता है। मिठाई का एक डिब्बा डेढ़ से लेकर दो सौ ग्राम तक होता है। एक किस्म से यह चोर बाजारी है।

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