पालिसी के बोनस का झांसा दे ठगे 28 लाख, चार लोगों पर केस

रविंदरजीत सिंह निवासी घोघरा दसूहा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने अपनी पत्नी के नाम पर एक पालिसी 2017 में ली थी जो 16 साल बाद मेच्योर होनी थी। पालिसी में हर साल तीस हजार रुपये किश्त जा रही थी और उसमें कुल 1.80 लाख देने थे।

By Edited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 09:43 AM (IST)
पालिसी के बोनस का झांसा दे ठगे 28 लाख, चार लोगों पर केस
पुलिस ने पवित्रा नस्करा, महेंद्र, चठाउ यादव और संजय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

दसूहा (होशियारपुर), जेएनएन। पालिसी के बोनस का झांसा देकर 28 लाख रुपये ठगने के मामले में थाना दसूहा पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने यह मामला पवित्रा नस्करा निवासी राधा नगर अमताली, महेरदर निवासी अकबरपुर (महेंद्रगढ़, हरियाना), चठाउ यादव निवासी सेक्टर आठ, नोएडा (उप्र.) और संजय कुमार निवासी सेक्टर-12, नोएडा (उप्र.) के खिलाफ दर्ज किया है। रविंदरजीत सिंह निवासी घोघरा, दसूहा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने अपनी पत्नी के नाम पर एक पालिसी 2017 में ली थी जो 16 साल बाद मेच्योर होनी थी।

पालिसी में हर साल तीस हजार रुपये किश्त जा रही थी और उसमें कुल 1.80 लाख रुपये देने थे। पालिसी मेच्योर होने में उन्हें 15 लाख रुपये मिलने थे। एक दिन उन्हें फोन आया कि वह हेड आफिस से बोल रहा है। फोन करने वाले ने पालिसी के बारे में पूरी जानकारी ली। फोन करने वाले ने बताया कि उनका पालिसी के तहत लक्की ड्रा निकला है। 1.50 लाख रुपये बोनस आया है जिसके लिए उन्हें तीस हजार रुपये जमा करवाने पड़ेंगे।

बार-बार आता रहा फोन मंगवाते रहे पैसे

रविंदरजीत ने बताया कि तीस हजार रुपये जमा करवाने के बाद भी बोनस नहीं आया। फिर कुछ दिन बाद एक बार फिर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि पहले कुछ कागजों में गड़बड़ थी इसलिए बोनस की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। बोनस को पालिसी में मर्ज कर दिया है और आपको नई पालिसी दे रहे हैं। इस तरह बार बार झांसा देते हुए आरोपित उसके अलग अलग एकाउंट में पैसे डलवाते रहे।

इस दौरान उसे फोन आया कि आपने जो पालिसियां करवाईं हैं उसका 48 लाख रुपये का डीडी बनना है और आपका सरकारी तौर पर 5.80 लाख रुपये टैक्स बनाता है वह जल्द से जल्द जमा करवाएं ताकि 48 लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर करवा दिए जाएं जिस पर उसने उधार लेकर 5.80 लाख रुपये जमा करा दिए लेकिन इस बार भी डीडी नहीं आया। आरोपित कुल मिलाकर 28 लाख रुपये चूना लगा गए। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद आरोपितों के खिलाफ पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

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