पंजाब अचीवमेंट सर्वे के सितंबर में हुए पेपर अध्यापकों के लिए बने परेशानी

पंजाब अचीवमेंट सर्वे के सितंबर में हुए पेपर के बाद अब अध्यापकों को एक नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 10:38 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 05:12 AM (IST)
पंजाब अचीवमेंट सर्वे के सितंबर में हुए पेपर अध्यापकों के लिए बने परेशानी
पंजाब अचीवमेंट सर्वे के सितंबर में हुए पेपर अध्यापकों के लिए बने परेशानी

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : पंजाब अचीवमेंट सर्वे के सितंबर में हुए पेपर के बाद अब अध्यापकों को एक नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पेपर के बाद स्टेट टीम द्वारा सभी जिलों का सभी बच्चों का क्लास वाइज रिजल्ट स्कूलों को भेज दिया गया है। पूरे जिले के रिजल्ट से अपने स्कूल का रिजल्ट निकालने और फिर उसका प्रश्न अनुसार मूल्यांकन करने में अध्यापकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यह काम मोबाइल पर करना आसान नहीं है। जिले का रिजल्ट आने के बाद पहले तो अध्यापकों को अपने स्कूल का रिजल्ट निकालना पड़ता है। इसमें समस्या यह है कि अध्यापक के अनुसार जितनी संख्या में बच्चों ने पेपर दिए होते हैं और जो रिजल्ट उन्हें आता है। उसमें कुछ बच्चों के नाम नहीं होता अब अध्यापक को यह समझ नहीं आ रहा कि वह इन बच्चों को पेपर में उपस्थित दिखाएं।

पहले अध्यापक अपनी कक्षा के अपने विषय के बच्चों का रिजल्ट निकालता है। उसके बाद उसे यह फरमान सुना दिया जाता है कि वह उस पेपर में जितने प्रश्न आए हैं उनका प्रश्न वाइज वेल्यू निकाले।

विभाग के उच्च अधिकारियों को भी इस बात का पता है लेकिन वह आंखें मूंदे बैठे हैं, क्योंकि विभाग को तो काम चाहिए चाहे वह अध्यापक पैसे खर्च कर करवाएं अथवा किसी से मिन्नतें करके करवाएं।

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