मिन्नी बस ऑपरेटरों ने राहत पैकेज की मांग की
कोरोना वायरस के चलते सरकार की ओर से जनहित के लिए किए गए कर्फ्यू के कारण अलग-अलग वर्गों पर आर्थिक असर दिखना शुरू हो गया है।
संवाद सहयोगी, टांडा: कोरोना वायरस के चलते सरकार की ओर से जनहित के लिए किए गए कर्फ्यू के कारण अलग-अलग वर्गों पर आर्थिक असर दिखना शुरू हो गया है। ट्रांसपोर्ट बंद होने के कारण राज्य के अंदर लगभग 6700 बसों के आपरेटर भी वित्तीय मार की चपेट में आ गए हैं। इन विचारों का प्रकटावा मिन्नी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रेस सचिव सुरिदर सिंह गोराया ने किया। गोराया ने बताया कि बस ऑपरेटर अपने मुलाजिमों का वेतन, बसों के टैक्स, पासिग फीस तथा बैंक की किश्तों की अदायगी में बड़ी मुश्किल आ रही है। पहले ही मंदी के दौर से गुजर रहे उनके कारोबार पर कर्फ्यू की मार पड़ गई है। इस मुश्किल की घड़ी में वह सरकार के दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं तथा राज्य सरकार जिस तरह कर्फ्यू के कारण राज्य में वित्तीय मार झेल रहे लोगों को राहत प्रदान कर रही है। वहीं उन्हें भी बर्बादी से बचाने के लिए बस ऑपरेटरों को भी कोई राहत पैकेज दिया जाए।