डंडेवाल में शिविर लगाकर पराली प्रबंधन पर किया जागरूक

इस शिविर में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए डा. मनिदर सिंह डिप्टी डायरेक्टर ट्रेनिग कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर ने इस बात पर जोर दिया कि धान की पराली को आग न लगाकर उसका उपलब्ध तकनीक व मशीनरी की सहायता से उचित प्रबंधन किया जाए

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 10:18 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 10:18 PM (IST)
डंडेवाल में शिविर लगाकर पराली प्रबंधन पर किया जागरूक
डंडेवाल में शिविर लगाकर पराली प्रबंधन पर किया जागरूक

संवाद सहयोगी, माहिलपुर : कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर की तरफ से माहिलपुर ब्लाक के डंडेवाल गांव में पराली प्रबंधन की सिखलाई देने के लिए शिविर लगाया गया। इस शिविर में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए डा. मनिदर सिंह डिप्टी डायरेक्टर ट्रेनिग कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर ने इस बात पर जोर दिया कि धान की पराली को आग न लगाकर उसका उपलब्ध तकनीक व मशीनरी की सहायता से उचित प्रबंधन किया जाए ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकें। पिछले वर्षों की तरह इस साल भी कृषि विज्ञान केंद्र विभिन्न गांवों व स्कूलों में जागरूकता पैदा करने के शिविर आयोजित कर रहा है। इसके लिए ट्रेनिंग शिविर, प्रदर्शनी, पेंटिग व होर्डिंग्स लगाकर किसानों को पराली का उचित प्रबंधन करने व आग लगाने से हो रहे नुकसान की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि पराली प्रबंधन के लिए वह सरकार की तरफ से उपलब्ध मशीनरी का प्रयोग करें। डा. कंवरपाल सिंह ढिल्लों प्रो. पशु विज्ञान बाहोवाल ने पराली से मशरूम उत्पादन, बायोगैस गैस, मल्च व खाद के रूप में इस्तेमाल करने की जानकारी दी और इसे पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। सुनीता प्रोग्राम सहयोगी ने मिट्टी की परख करवाने के लिए नमूने लेने की विधि की जानकारी दी। शिविर में उपस्थित किसानों को फसलों की काश्त करने संबंधित किताबें, सर्दियों में लगाई जाने वाली सब्जियों की किट, गेहूं को लगाए जाने वाले इंजेक्शन व पराली प्रबंधन की तकनीक से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराया गया। इस दौरान कमलजीत सिंह सरपंच डंडेवाल ने आए खेती विशेषज्ञों का धन्यवाद करते हुए अपने गांव की और से पूर्ण सहयोग का वादा किया व शिविर में हिस्सा लेने वाले किसानों का भी धन्यवाद किया।

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